
नई दिल्ली | Bully Bai Case : बुली बाई केस में एक एक कर 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले में सबसे पहले गिरफ्तार की गई 18 वर्ष की युति श्वेता सिंह के परिवार वालों का कहना है कि उनकी बेटी बेकसूर है. परिवार वालों का कहना है कि वह कुछ दिनों पहले ही तो 18 साल की हुई है. वह सीधी साधी लड़की है और उसका मन पढ़ाई लिखाई में नहीं लगता था. वह इन सब चकरों में नहीं पड़ती थी. परिवार वालों का कहना है कि उसकी दोस्ती कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया में एक लड़के से हुई थी जिसने उसे फंसाया है. परिवार वालों का आरोप है उसी लड़के के कहने के कारण श्वेता ने यह अकाउंट बनाया था उसे कुछ भी नहीं पता.
इसी साल हुई थी 12वीं पास
Bully Bai Case : परिवार वालों का कहना है कि श्वेता ने 2021 में ही 12वीं की परीक्षा पास की थी. अभी उसे दुनियादारी के बारे में ज्यादा पता नहीं है वह बच्ची है. उसके आईपी एड्रेस का गलत इस्तेमाल किया गया है. परिवार वालों का कहना है कि वे किराए के एक मकान में रहते हैं श्वेता की तीन छोटी बहन है और एक 10 साल का भाई है. पिता की मौत के बाद श्वेता के घर का खर्च वात्सल्य योजना के सहारे चलता है.
इसे भी पढ़ें- पीएम मोदी के सुरक्षा उल्लंघन पर बोलीं कंगना रनौत, कहा आतंकवादी गतिविधियों का केंद्र बन रहा पंजाब
लगता नहीं है कि बच्ची गलत है…
Bully Bai Case : श्वेता के पड़ोसियों की मानें तो सभी भाई बहन बहुत अच्छे हैं और पढ़ाई लिखाई पर ध्यान देते हैं. पड़ोसियों का कहना है कि उन्हें नहीं लगता कि बच्ची गलत है. हालांकि पड़ोसी इस बात से इनकार नहीं करते कि हो सकता है कि किसी लड़के के बहकावे में आकर यह गलतियों उससे हुई होगी. बता दें कि 2021 में श्वेता के पिता की कोरोना के कारण मृत्यु हो गई थी. जबकि मां की मौत 11 वर्ष पहले भी चुकी है. अभी परिवार का खर्च पिता के पीएफ से मिले पैसों से चलता है.
इसे भी पढ़ें-इटली से आयी ‘फ्लाइट’ में यात्री नहीं कोरोना निकला, 170 यात्रियों में से 125 पाए गये संक्रमित…