
नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई 12वीं की परीक्षा के नतीजों की प्रक्रिया के बारे में एक रिपोर्ट गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सौंपेगी। माना जा रहा है कि सीबीएसई ने विशेषज्ञों की सलाह पर 30:30:40 के अनुपात के आधार पर नतीजे तैयार करने वाली है। इसमें 10वीं और 11वीं की बोर्ड परीक्षा के आधार पर 30-30 फीसदी अंक और 12वीं बोर्ड से पहले हुए टेस्ट के आधार पर 40 फीसदी अंक तय किए जाएंगे।
गौरतलब है कि सर्वोच्च अदालत ने केंद्र सरकार, सीबीएसई और कौंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन यानी सीआईएससीई को 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए परीक्षा के नतीजे घोषित करने के पैमाने के बारे में सूचित करने के लिए दो सप्ताह का समय दिया था। सीबीएसई ने इसके लिए चार जून को 13 सदस्यीय समिति बनाई थी। इस समिति की सिफारिशों के आधार पर नतीजे तैयार किए जा रहे हैं और जानकार सूत्रों के मुताबिक सीआईएससीई के नतीजे 20 जुलाई को घोषित होंगे।
बहरहाल, खबर है कि वैकल्पिक मूल्यांकन प्रक्रिया पर सुझाव देने के लिए बनी 13 सदस्यीय समिति को सोमवार तक अपनी रिपोर्ट सौंपनी थी लेकिन कहा गया कि अब इसमें कुछ और दिन लग सकते हैं। इस बीच यह भी खबर है कि सीबीएसई की 12वीं के नतीजे के लिए 10वीं, 11वीं और 12वीं के अंक जोड़े जाने पर विचार चल रहा है। बताया जा रहा है कि 13 सदस्यों का पैनल 10वीं, 11वीं और 12वीं के नंबर 30:30:40 के अनुपात में जोड़ कर नतीजे तैयार करने के तरीके पर राजी हो सकता है। सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट सौंपने के बाद इस फॉर्मूले का आधिकारिक तौर पर ऐलान किया जा सकता है।