नई दिल्ली। रामनवमी के दिन हुई हिंसा पर केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल से रिपोर्ट मांगी है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हिंसा के साथ साथ राज्य में कानून व्यवस्था पर भी राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इससे पहले 30 मार्च को हुई हिंसा के तुरंत बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यपाल सीवी आनंद बोस और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार से बात की थी। हिंसा को लेकर भाजपा और तृणमूल कांग्रेस दोनों एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।
हिंसा के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने कहा था- रामनवमी के जुलूस के दौरान राम भक्तों, सामान्य हिंदू लोगों और हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ हिंसा हुई। यह सब सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और उसके नेताओं के समर्थन से हुआ। दूसरी ओर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य में हिंसा भाजपा के पीछे भाजपा के गुंडे हैं। दोनों पार्टियों के नेताओं ने अपनी बात के समर्थन में वीडियो जारी किए। बहरहाल, ममता बनर्जी ने हिंसा के बाद घटना की जांच सीआईडी को सौंप दी है।
इस बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के नेतृत्व में भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल सीवी आनंद बोस से मिला और उन्हें ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल ने राज्य में बढ़ती हिंसा को देखते हुए राज्यपाल से दखल देने की मांग की है। दूसरी ओर पश्चिम बंगाल पुलिस ने हावड़ा जिले में रामनवमी शोभायात्रा के दौरान कथित तौर पर बंदूक ले जाने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को युवक को बिहार के मुंगेर से पकड़ा गया। युवक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।