देहरादून। शनिवार को अक्षय तृतीया के मौके पर उत्तराखंड की चारधाम यात्रा शुरू हो गई। इस बार सरकार ने श्रद्धालुओं की तय सीमा समाप्त कर दिया है। इसलिए बड़ी संख्या में लोग बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री के दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। बताया जा रहा है कि 21 अप्रैल तक 16 लाख लोग यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं।
बहरहाल, शनिवार को सबसे पहले दोपहर 12:35 बजे गंगोत्री धाम के कपाट खोले गए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गंगोत्री मंदिर में पूजा-अर्चना की। इससे पहले खरसाली से मां यमुना की डोली सुबह 8:25 बजे रवाना हुई। मुख्यमंत्री धामी ने वहां मां यमुना की पूजा की। यात्रियों पर हेलीकॉप्टर से फूल बरसाए गए। दोपहर 12:41 बजे यमुनोत्री धाम के कपाट खोले गए। अब अगले छह महीने मां यमुना की पूजा यमुनोत्री धाम में की जाएगी।
केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को और बद्रीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खोले जाएंगे। इस बीच, उत्तराखंड सरकार ने तीर्थ यात्रियों के निर्धारित संख्या में दर्शन करने पर लगी रोक हटा दी है। श्रद्धालुओं का ऑनलाइन और ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन जारी रहेगा। मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि चार धाम की पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से करवाई गई, क्योंकि वे चारों धाम और और भगवान शिव के भक्त हैं।