नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच पिछले करीब दो साल से चल रहा तनाव कम होने के संकेत मिल रहे हैं। जून 2020 में गलवान घाटी में दोनों देशों के सेना के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद पहली बार चीन का वरिष्ठ नेता की भारत यात्रा की तैयारी चल रही है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी इस महीने के आखिर में भारत आ सकते हैं। गौरतलब है कि दोनों देशों के बीच अप्रैल 2020 से नियंत्रण रेखा पर गतिरोध बना हुआ है। उसके बाद करीब दो साल बाद यह किसी वरिष्ठ चीनी नेता की पहली भारत यात्रा होगी। Chinese foreign minister visit India
भारत से पहले चीनी विदेश मंत्री वांग यी नेपाल की यात्रा करेंगे। गौरतलब है कि भारत और चीन लगातार लद्दाख की स्थिति को सुलझाने के लिए सैन्य स्तर की वार्ता कर रहे हैं लेकिन अभी तक कोई खास प्रगति नहीं हुई है। दोनों देशों के सैन्य कमांडरों के बीच 15 दौर की वार्ता हो चुकी है। बताया जा रहा है कि पूर्वी लद्दाख में कई जगहों पर चीन के सैनिक भारत की सीमा में घुसें हैं और भारत की जमीन कब्जाई है। हालांकि भारत इससे इनकार करता रहा है।
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बहरहाल, चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कुछ समय पहले कहा था कि पिछले कुछ सालों में चीन और भारत के बीच के दोपक्षीय संबंधों में कुछ समस्याएं आईं हैं। उन्होंने सीमा के मुद्दे पर आपसी मतभेदों को सुलझाने के लिए बराबर के हक के जरिए निष्पक्ष और न्यायसंगत समझौते की इच्छा भी जताई थी। उन्होंने अमेरिका की ओर इशारा करते हुए यह भी कहा था कि कुछ शक्तियां भारत और चीन के बीच तनाव चाहती हैं। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी कहा था भारत और चीन के संबंध बेहद मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। चीनी विदेश मंत्री की भारत यात्रा से दोनों देशों के संबंधों में गर्माहट आने की संभावना जताई जा रही है।