अजमेर | Pushkar Fair 2022: राजस्थान के विश्व विख्यात अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले की शुरूआत हो गई है। कोरोना के चलते दो साल से स्थिगित हो रहा पुष्कर मेला अब अपने पूरे शबाब पर दिखाई दे रहा है। पुष्कर सभी वर्गों की आस्था का केंद्र रहा है। यहां सभी जाति और धर्मों के श्रद्धालु आते हैं। यहीं नहीं यहां विदेशी सैलानी भी बड़ी संख्या में पहुंचते है। तभी तो पुष्कर को राजस्थान का गोवा भी कहा जाता है।
सीएम गहलोत ने की मेले की शुरुआत
राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को पुष्कर अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर मेले का शुभारंभ किया। यहां दुनिया के एक मात्र जगतपिता ब्रह्मा जी के मंदिर में सीएम गहलोत दर्शन करने पहुंचे और परमपिता ब्रह्मा जी से आशीर्वाद लिया। इसी के साथ सीएम ने पुष्कर सरोवर में पूजा-अर्चना भी की और मेला मैदान पहुंचकर झंडारोहण कर विधिवत मेले की शुरुआत की।
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सवा लाख दीपकों से जगमगा उठे 52 घाट
Pushkar Fair 2022: इस दौरान पुष्कर सरोवर के 52 घाटों पर सवा लाख दीपकों से दीपदान और महाआरती की गई। ये नजारा ऐसा अद्भुत रहा जिसे देखने वालों का मन प्रफुल्लित हो उठा। पुष्कर मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भव्य तरीके से व्यवस्थाएं की गई हैं।
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मेले का मुख्य आकर्षण
– पुष्कर मेले में कई तरह के रंगारंग कार्यक्रम होते हैं। जो सैलानियों को आकृषित करते हैं।
– ये मेला रेगिस्तान के जहाज के नाम से जाने वाले ऊंट को लेकर बेहद ही खास रहता है। मेल के दौरान ऊंट के कई तरह के करतब लोगों को देखने को मिलते हैं।
– पुष्कर मेले में कई तरह के देसी खेलों का भी आयोजन होता है जिसमें विदेशी सैलानी भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं।
– मेले में देशी-विदेशी पर्यटकों के बीच फुटबॉल, बॉलीबाल, कबड्डी, सितोलिया जैसे पारंपरिक खेलों का आयोजन होता है।
– पुष्कर मेला पशुओं की खरीद-फरोख्त के लिए भी जाना जाता है।
– मेले के दौरान सैलानियों को रेतीले धोरों में बैठकर राजस्थानी भोजन करने का आनंद मिलता है।
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