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सीडब्लुसी का नहीं होगा चुनाव

रायपुर। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस का 85वां राष्ट्रीय अधिवेशन शुरू हो गया है। पहले दिन शुक्रवार को स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में तय किया गया कि कांग्रेस कार्य समिति का चुनाव नहीं होगा। कांग्रेस कार्यसमिति यानी सीडब्लुसी के सभी सदस्यों को मनोनीत करने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अधिकृत कर दिया गया। कांग्रेस के दोनों पूर्व अध्यक्ष सोनिया और राहुल गांधी स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में शामिल नहीं हुए। प्रियंका गांधी वाड्रा भी इस बैठक में नहीं शामिल हुईं। स्टीयरिंग कमेटी के 47 में से 44 सदस्यों की मौजूदगी में एक राय से चुनाव नहीं कराने का फैसला हुआ और खड़गे को अधिकृत किया गया।

गौरतलब है कि कांग्रेस का अधिवेशन पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के चुनाव पर मुहर लगाने के लिए हो रहा है। लेकिन इसे लेकर सबसे ज्यादा चर्चा इस बात को थी कि कार्य समिति का चुनाव होगा या नहीं। राहुल गांधी चुनाव कराने के पक्ष में बताए जा रहे थे। ध्यान रहे कांग्रेस कार्य समिति के 23 सदस्यों में से संविधान के मुताबिक 12 का चुनाव होता है और 11 सदस्यों को अध्यक्ष मनोनीत करते हैं। लेकिन अब सभी सदस्य अध्यक्ष द्वारा मनोनीत होंगे। कांग्रेस अध्यक्ष और संसद के दोनों सदनों के नेता कार्य समिति के पदेन सदस्य होते हैं। इस लिहाज से खड़गे और अधीर रंजन चौधरी पदेन सदस्य होंगे। बाकी 23 का मनोनयन होगा।

कार्य समिति की बैठक शुरू होने से पहले स्टीयरिंग कमेटी की बैठक हुई। बैठक में हुए फैसले की जानकारी देते हुए कांग्रेस के संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने बताया कि संचालन समिति की बैठक में सर्वसम्मति से फैसला हुआ कि कांग्रेस अध्यक्ष को अधिकार दिया जाए कि वे कार्य समिति के सदस्य मनोनीत करें। रमेश ने यह भी बताया कि हम कांग्रेस के संविधान में  संशोधन किया जाएगी। इसके तहत कमजोर वर्गों, अनूसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी, महिलाओं, युवाओं और अल्पसंख्यक समुदाय के लिए प्रतिनिधित्व सुरक्षित और सुनिश्चित करने के लिए प्रावधान किया जाएगा।

इसके अलावा कांग्रेस कार्य समिति कुछ और प्रावधानों में बदलाव करने पर विचार कर रही है। पिछले साल हुए उदयपुर के नवसंकल्प शिविर के फैसलों के मुताबिक 50 फीसदी पद 50 साल से कम उम्र के लोगों को देने का प्रावधान भी किया जाएगा। इसके अलावा ‘एक व्यक्ति, एक पद’ और ‘एक परिवार, एक टिकट’ का भी फैसला हो सकता है। बहरहाल, कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के बैठक में जाने को लेकर असमंजस की स्थिति थी लेकिन वे भी शुक्रवार को रायपुर पहुंची। तीन दिन चलने वाली इस बैठक के तीसरे और आखिरी दिन रविवार को एक रैली भी होगी, जिसमें अधिवेशन में हिस्सा लेने पहुंचे 15 हजार के करीब लोग शामिल होंगे। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है।

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