उदयपुर। कांग्रेस के नव संकल्प शिविर में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं में जान फूंकने का प्रयास किया। राहुल गांधी ने पार्टी के कायाकल्प का मंत्र दिया तो सोनिया गांधी ने खम ठोक कर कहा कि कांग्रेस पार्टी सत्ता में वापस लौटेगी। ध्यान रहे पार्टी के ज्यादातर नेता और कार्यकर्ता फिर से सत्ता में लौटने की उम्मीद छोड़ चुके हैं। इसलिए सोनिया गांधी का सत्ता में लौटने वाला दावा उनको प्रेरित करेगा।
नव संकल्प शिविर के तीसरे और आखिरी दिन राहुल गांधी ने समापन भाषण में कहा- हम फिर जनता के बीच जाएंगे, उससे अपने रिश्ते मजबूत करेंगे और ये काम शॉर्टकट से नहीं होगा। ये पसीने से होगा यानी कड़ी मेहनत से। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि कांग्रेस का संपर्क जनता से टूट गया है, जिसे फिर से जोड़ने की जरूरत है। राहुल ने कांग्रेस नेताओं में भरोसा जगाते हुए कहा कि वे डिप्रेशन में न जाएं, क्योंकि लड़ाई लंबी है।
राहुल ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रेरित करते हुए कहा- शॉर्टकट से नहीं पसीना बहाना होगा, तभी वापस जनता से जुड़ेंगे। हम पैदा ही जनता से हुए हैं, यह हमारा डीएनए है, यह संगठन जनता से बना है। हम फिर जनता के बीच जाएंगे। उन्होंने कहा- अक्टूबर में पूरी कांग्रेस पार्टी जनता के बीच जाएगी, यात्रा करेगी। जो जनता के साथ रिश्ता है, वह फिर से मजबूत करेंगे। यही एक रास्ता है और कोई शॉर्टकट से यह नहीं होगा।
भाजपा के खिलाफ लड़ाई में कांग्रेस को ही केंद्रीय ताकत बताते हुए राहुल ने कहा- यह लड़ाई रीजनल पार्टियां नहीं लड़ सकतीं। यह लड़ाई केवल कांग्रेस ही लड़ सकती है। रीजनल पार्टियां बीजेपी को नहीं हरा सकती, क्योंकि उनके पास विचारधारा नहीं है, वे अलग-अलग हैं। उन्होंने पहले कई बातों को दोहराते हुए कहा- मुझे कोई डर नहीं है। मैंने जिंदगी में एक रुपए किसी से नहीं लिया, कोई भ्रष्टाचार नहीं किया। मैंने भारत माता से एक पैसा नहीं लिया है। मैं सच बोलने से नहीं डरता हूं। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार सारी संस्थाओं को खत्म कर रही है और जितनी संस्थाएं खत्म होंगी, देश में उतनी आग लगेगी।
सोनिया, राहुल ने की जान फूंकने की कोशिश
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