जयपुर। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान पहुंचने से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच एक बार फिर सुलह हो गई है। राहुल गांधी की सलाह और उनकी सक्रिय पहल पर पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने दोनों नेताओं के बीच सुलह कराई। बंद कमरे में हुए सुलह वार्ता के बाद दोनों नेता बाहर आए और एक साथ प्रेस कांफ्रेंस की। दोनों नेताओं की मीडिया की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी एकता सिर्फ भारत जोड़ो यात्रा के लिए नहीं है, बल्कि चुनाव तक बनी रहेगी।
गौरतलब है कि एक दिन पहले सोमवार को राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों को कांग्रेस के लिए असेट बताया था। उसका जिक्र करते हुए मंगलवार को गहलोत ने कहा- जब राहुल गांधी ने कह दिया है तो हम सब असेट ही हैं। इससे पहले वेणुगोपाल ने बंद कमरे में दोनों की बैठक कराई। ध्यान रहे पिछले दिनों अशोक गहलोत ने पायलट पर हमला किया था। उसके बाद पहली बार दोनों नेता आमने सामने हए। पायलट ने हाथ जोड़ कर गहलोत का अभिवादन किया और गहलोत ने भी उनका वैसे ही जवाब दिया।
बहरहाल, राहुल गांधी के बयान के एक दिन बाद अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने मंगलवार को एक साझा प्रेस कांफ्रेंस करके राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बारे में बातचीत की। भारत जोड़ो यात्रा चार दिसंबर को राजस्थान में प्रवेश करेगी। दोनों नेताओं ने प्रेस कांफ्रेंस में इस बात पर जोर दिया कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में बड़ी सफलता हासिल करेगी। गहलोत ने कहा- हमारे लिए पार्टी सर्वोच्च है। हम चाहते हैं कि पार्टी आगे बढ़े और अपना गौरव हासिल करे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा- देश में तनाव, खौफ का माहौल है और यह एक बड़ी चुनौती है लेकिन यात्रा की सफलता ने दिखाया है कि लोगों ने राहुल गांधी द्वारा उठाए गए मुद्दों का पूरी तरह से समर्थन किया है। इस मौके पर सचिन पायलट ने कहा कि राहुल गांधी की अगुवाई वाली भारत जोड़ो यात्रा का राजस्थान में पूरे जोश और ऊर्जा के साथ स्वागत किया जाएगा। पिछले दिनों खबर आई थी कि कांग्रेस आलाकमान की ओर से दोनों नेताओं को भारत जोड़ो यात्रा तक युद्धविराम के लिए कहा गया है।
बहरहाल, राहुल गांधी के बयान पर गहलोत ने कहा- राहुल गांधी हम सबके नेता है। जब उन्होंने कहा है कि असेट्स हैं तो फिर असेट्स है। फिर चर्चा किस बात की। उन्होंने कहा- हमारी पार्टी की सबसे बड़ी खूबी यही है। आजादी से पहले और आजादी के बाद, जो नंबर एक नेता होता है उनके अनुशासन में पार्टी चलती है। हमारे यहां राहुल गांधी के कहने के बाद कोई गुंजाइश नहीं रहती।