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कांग्रेस का केन्द्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन

ByNI Desk,
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कांग्रेस का केन्द्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ की अगुवाई में आज मंत्रियों, सांसदों, विधायकों व अन्य नेताओं ने केंद्र की मोदी सरकार द्वारा रसोई गैस व तेल कीमतों में वृद्धि के खिलाफ राजभवन को घेरने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने बैरिकेड लगाकर उन्हें रोक दिया गया । इस अवसर पर महंगाई से त्रस्त आम जन की पीड़ा केंद्र सरकार तक पहुंचाने के लिए प्रदर्शन के दौरान खाली सिलेंडर लेकर पहुंचे जाखड़ ने कहा कि भाजपा ने 2014 में गरीब के नाम पर वोट लेकर अपनी सरकार बनाई थी लेकिन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों, किसानों, छोटे व्यापारियों व मध्य वर्ग को पूरी तरह से भुला दिया है । यह सरकार कारपोरेटों की सरकार बनी हुई है। जाखड़ ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय 2008 में कच्चे तेल की कीमत 147 रूपये प्रति बैरल थी जो अब लगभग 60 के भाव पर है । महंगा तेल बेचकर मोदी सरकार आम लोगों को लूट रही है। कांग्रेस सरकार के समय डीजल का रेट ₹35 व पेट्रोल का रेट ₹45 था जबकि अब डीजल ₹88 पेट्रोल ₹92 को पार कर चुका है और गैस सिलेंडर ₹438 का था अब इसकी कीमत ₹860 कर दी है। उन्होंने कहा कि आज भी सिलेंडर की कीमत में ₹25 की वृद्धि की गई है । कच्चे तेल की कीमतों में हुई गिरावट के साथ डीजल की कीमत ₹30 रुपए, पेट्रोल की कीमत ₹35 व गैस सिलेंडर की कीमत ₹300 बनती है पर मोदी सरकार पूंजीपतियों को लाभ देने के लिए आम लोगों को लूट रही है । उन्होंने कहा कि मोदी सरकार पिछले छह साल में तेल पर से उन्नीस लाख 40 हजार करोड़ रुपए का टैक्स वसूल चुकी है व इसमें से न तो राज्यों को कुछ दिया और ना ही आमजन की भलाई के लिए कुछ किया है I जाखड़ ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के समय प्राइवेट कंपनियों के तेल पंप नहीं चलने दिए थे पर अब मोदी सरकार प्राइवेट कंपनियों के पंप चलवा कर उन्हें लाभ देने के लिए लगातार तेल कीमतों में वृद्धि कर रही है । अब जब तेल पर प्राइवेट कंपनियों का नियंत्रण है व स्वयं केंद्र के पेट्रोलियम मंत्री कह रहे हैं कि कीमतों पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है तो फिर मोदी सरकार के नए कृषि कानूनों के अनुसार जब आटा दाल पर ऐसे कॉरपोरेट का नियंत्रण हो गया तो फिर आमजन को रोटी किस भाव मिलेगी । उन्होंने शिरोमणि अकाली दल व आम आदमी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि ये पार्टियां लोगों से जुड़े मुद्दे उठाने की बजाय भाजपा के एजेंडे को लागू करने में लगी हुई हैं। अकाली दल व आप के नेताओं द्वारा चिट्टे के सौदागरों के खिलाफ कार्रवाई करने सबंधी बयान पर उन्होंने इन पार्टियों के नेताओं को चिट्ठे के सौदागरों के नाम सार्वजनिक करने की चुनौती दी । जाखड़ के अनुसार राज्य का बच्चा-बच्चा जानता है कि दस साल के अकाली भाजपा के राज के समय नशे के सौदागर बढे थे जबकि कैप्टन सरकार बनने के बाद इन्हें नियंत्रित किया गया है। एक तरफ दिल्ली सरकार ने कृषि कानूनों को नोटिफाई किया है दूसरी तरफ इसके दिल्ली के मुख्यमंत्री विधानसभा में इन कानूनों को फाड़ने का ड्रामा करते हैं । उन्होंने कहा कि अकाली दल व आप पार्टियां लोगों के सरोकारों से टूट चुकी हैं।
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