नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी के लिए रविवार को देश भर में सत्याग्रह किया। राहुल को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने के विरोध में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित सभी बड़े नेताओं ने रविवार को पूरे देश में महात्मा गांधी की प्रतिमाओं के सामने एक दिन का सत्याग्रह किया। पार्टी ने इस संकल्प सत्याग्रह का नाम दिया है। राजधानी दिल्ली से लेकर हर प्रदेश मुख्यालय और जिलों में कांग्रेस कार्यकर्ता महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने सत्याग्रह के लिए बैठे।
राजधानी दिल्ली में कांग्रेस का संकल्प सत्याग्रह महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पर होने वाला था लेकिन पुलिस ने कानून व्यवस्था और ट्रैफिक के हवाले इसकी अनुमति नहीं दी। इस वजह से कांग्रेस नेताओं ने राजघाट के दूसरी तरफ सर्विस लेन में सत्याग्रह किया। पहले कहा गया था कि कांग्रेस का सत्याग्रह शाम पांच बजे तक चलेगा लेकिन उसे साढ़े तीन बजे समाप्त कर दिया गया। उसके बाद कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेता राजघाट गए और महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी।
सत्याग्रह के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राहुल गांधी की तारीफ की और केंद्र सरकार पर जम कर हमला किया। उन्होंने कहा- राहुल गांधी न किसी के सामने झुकता है और ना किसी से डरता है। यह सारे फैसले भारत जोड़ो यात्रा की वजह से लिए जा रहे हैं। क्या नीरव मोदी ओबीसी हैं? क्या मेहुल चौकसी ओबीसी हैं? क्या ललित मोदी ओबीसी हैं? ये भगोड़े हैं और भगोड़े के बारे में हम बोले तो आपको दुख होता है। खड़गे ने आगे कहा- राहुल गांधी ने जेनरल बात की थी कि जो भगोड़े हैं, वह बैंक का पैसा लेकर भाग गए।
खड़गे ने कहा- बोलने की आजादी को बचाने के लिए हम लड़ते रहेंगे। राहुल गांधी पूरे देश के लिए लड़ रहे हैं। युवाओं के लिए, महिलाओं के लिए लड़ रहे हैं। राहुल का बचाव करते हुए उन्होंने कहा- कर्नाटक के कोलार में जो बात हुई थी, वह एक चुनावी भाषण था किसी को ठेस पहुंचाने की कोई मंशा नहीं थी। खड़गे के साथ सत्याग्रह में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, पी चिदंबरम, जयराम रमेश, सलमान खुर्शीद, प्रमोद तिवारी, अजय माकन, मुकुल वासनिक आदि शामिल हुए।
गौरतलब है कि महात्मा गांधी के समाधि स्थल पर सत्याग्रह करने की अनुमति नहीं मिलने के बाद कांग्रेस नेताओं ने राजघाट से लगे सर्विस रोड पर सत्याग्रह किया। पुलिस ने राजघाट और उसके आसपास धारा 144 लगा दी थी। पुलिस ने कानून व्यवस्था और यातायात कारणों से कांग्रेस को वहां सत्याग्रह करने की अनुमति नहीं दी।