कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी, केंद्र सरकार और राज्यपाल से लड़ रही तृणमूल कांग्रेस ने अब कलकत्ता हाई कोर्ट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। तृणमूल के अधिवक्ता प्रकोष्ठ के वकीलों ने हाई कोर्ट के जज जस्टिस अभिजीत गांगुली के खिलाफ प्रदर्शन किया है और उनके बहिष्कार की अपील की है। तृणमूल के वकील कई मामलों की जांच सीबीआई को दिए जाने के फैसले से नाराज हैं। गौरतलब है कि कलकत्ता हाई कोर्ट ने 18 दिन के भीतर पांच केस बंगाल पुलिस से लेकर सीबीआई को सौंप दिए हैं। इनमें तीन केस में तृणमूल कांग्रेस के नेता आरोपी हैं।
एक के बाद एक पांच केस सीबीआई को सौंपने के हाई कोर्ट के फैसले से बंगाल सरकार को झटका लगा है। ध्यान रहे राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही सीबीआई के जरिए भाजपा पर दबाव बनाने की रणनीति का आरोप लगा चुकी हैं। सीबीआई को लगातार जांच की जिम्मेदारी दिए जाने के फैसलों के बाद ममता बनर्जी ने बुधवार को हाई लेवल मीटिंग बुलाई। इस बैठक में ममता ने आगे की रणनीति बनाई है।
इससे पहले कलकत्ता हाई कोर्ट में बुधवार को वकीलों के बीच धक्कामुक्की हुई। स्कूल सेवा आयोग भर्ती घोटाले में सीबीआई जांच के आदेश देने वाले जज जस्टिस अभिजीत गांगुली के बहिष्कार की मांग को लेकर तृणमूल वकील प्रकोष्ठ के कुछ सदस्य उनके 17 नंबर कोर्ट के बाहर धरने पर बैठ गए और कोर्टरूम को घेर लिया। यहां तक कि उन की अदालत में किसी अन्य वकील को भी घुसने नहीं दिया जा रहा था। इसी दौरान आरोप है कि धक्कामुक्की भी हुई। बाद में जस्टिस गांगुली ने बाहर आकर वकीलों से बात की। चीफ जस्टिस बिकास बनर्जी ने भी इस मसले पर एक मीटिंग की।