
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की तीसरी लहर के बीच दिल्ली और देश भर में नागरिकों को बताया जा रहा है कि यह बहुत मामूली लहर है और इस बार वायरस घातक नहीं है। इसके बावजूद हर दिन देश में मरने वालों की संख्या पांच सौ के आसपास पहुंच जा रही है। शनिवार को दिल्ली में संक्रमण से 45 लोगों की मौत हुई। तीसरी लहर के दौरान 24 घंटे में पहली बार इतने लोगों की मौत हुई है। पांच जून 2021 के बाद का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसी हफ्ते एक दिन 43 लोगों की मौत हुई थी और पिछले करीब 10 दिन से हर दिन 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो रही है। दिल्ली में मरने वालों का आंकडा 25 हजार से ऊपर पहुंच गया है।
शनिवार को दिल्ली में संक्रमण दर में जरूर कमी आई लेकिन टेस्ट बढ़ाने से संक्रमितों की संख्या बढ़ गई। शनिवार को 24 घंटे में दिल्ली में 11,486 संक्रमित मिले और 45 लोगों की मौत हुई। दिल्ली में संक्रमण दर में मामूली कमी हुई। शनिवार को संक्रमण दर 16.36 फीसदी रही, जो शुक्रवार को 18.04 फीसदी थी। देश की वित्तीय राजधानी मुंबई में जरूर संक्रमण की दर और केसेज में अच्छी खासी गिरावट आई है। शनिवार को मुंबई में 3,568 नए मरीज मिले और 10 लोगों की मौत हुई। हालांकि महाराष्ट्र के दूसरे बड़े शहर पुणे में हालात बेकाबू हो रहे हैं। वहां शुक्रवार को 16 हजार से ज्यादा नए मामले आए, जिसकी वजह से स्कूल खोलने का फैसला टाल दिया गया।
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बहरहाल, शनिवार को भी पूरे देश में नए केसेज की संख्या तीन लाख से ऊपर रही। महाराष्ट्र में शनिवार को 24 घंटे में 46,393 नए मामले मिले और 48 लोगों की मौत हुई। जहां तक पूरे देश में संक्रमण दर का सवाल है तो वह 17 फीसदी के करीब है। यानी हर छह में से एक व्यक्ति संक्रमित मिल रहा है। राजधानी दिल्ली में रिकवरी रेट यानी मरीजों के ठीक होने की दर 95 फीसदी से ऊपर है। लेकिन देश में यह दर कम होकर 93 फीसदी हो गई है। पूरे देश में एक्टिव केसेज की संख्या 22 लाख से ज्यादा हो गई है और मरने वालों की संख्या चार लाख 89 हजार से ऊपर पहुंच गई है। दक्षिण भारत के तीन राज्यों- कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में नए केसेज में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है।