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जानें, क्यों  2025 से चीन नहीं होगा विश्व की सबसे बड़ी आबादी वाला देश

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जानें, क्यों  2025 से चीन नहीं होगा विश्व की सबसे बड़ी आबादी वाला देश
New Delhi: एक और जहां दुनिया कोरोना के कहर से परेशान है. वहीं दूसरी ओर चीन की आर्थिक स्थिति का अच्छा होना भी विश्व को परेशान कर रहा है. कोरोना महामारी के बीच चीन के लिए एक सुखद खबर भी आई है.  दुनिया में  सबसे ज्यादा आबादी के लिए चीन विश्व भर में बदनाम है.  लेकिन माना जा रहा है कि 2025 के बाद से चीन की जनसंख्या कम होने लगी शुरू हो सकती है. इससे दुनिया में एक बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. माना जा रहा है कि जनसंख्या के कम होने क सबसे बड़ा असर वहां उपभोग की जाने वाली वस्तुओं पर इसका फर्क पड़ेगा. बता दें कि ये रिपोर्ट चीन की ही है. चीन के एक बड़े अर्थशास्त्री भी इस रिपोर्ट को सही मान रहे हैं. उनका कहना है कि आने वाले समय में अगर स्थिति यही रही तो रिपोर्ट सही साबित हो सकते हैं.

आने वाले 4 सालों में नहीं पड़ेगा कोई फर्क

रिपोर्ट की मानें तो आने वाले 4 सालों में  चीन दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बना रह सकता है. लेकिन इसके बाद आबादी में कमी होने लगेगी. वरिष्ठ अर्थशास्त्री काई फेंग की माने तो  जब देश की आबादी कम होने लगेगी तो वस्तुओं की मांग भी कम होनी शुरू हो जाएगी. इससे बुजुर्गो की संख्या बढ़ेगी और बच्चों-युवाओं की संख्या में लगताार कमी आएगी. उन्होंने चीन की सरकार को  सावधान करते हुए कहा कि  हमें भविष्य में जन सांख्यिकी में होने वाले बदलाव के बारे में अभी से सोचना चाहिए. साथ ही जितना हो सके इसे कंट्रोल करने की कोशिश करनी चाहिए. इसे भी पढ़ें- मानवता या मुनाफा?

वन चाइल्ड पॉलिसी को 2016 में किया खत्म

चीन में हाल में ही जनगणना का काम शुरु होने वाला है. ऐसे में देश में सामने आए ऐसे रिपोर्ट वहीं की सरकार को परेशान कर सकती है.  चीन ने भी  आबादी के कम होने के खतरे को भांपना शुरू कर दिया है. इसे देखते हुए तीन दशकों तक लागू चीन ने वन चाइल्ड पॉलिसी को खत्म कर 2016 में दंपतियों को दो बच्चे पैदा करने की छूट दी गई. ऐसे में चीन तेजी से विकास कर रहे  युवाओं को अब परेशानी सताने लगी है.  चीन के युवा अब शादी और बड़े परिवार के झंझटों से मुक्त रहना चाहते हैं. इसे भी पढ़ें- चीन के मोर्चे पर क्या करेगी सरकार?
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