नई दिल्ली। कोरोना वायरस की नई लहर जनवरी में शुरू हो सकती है। अगर कोई बड़ी लहर नहीं भी आती है तब भी अगले महीने कोरोना के केसेजे में तेज बढ़ोतरी हो सकती है। पिछले करीब दो साल में आई कोरोना की तीन लहर के दौरान यह देखने को मिला है कि पूर्वी एशिया के देशों में वायरस फैलना शुरू होने के 30 से 35 दिन के बाद भारत में इसका संक्रमण तेजी से फैलता है। तभी स्वास्थ्य मंत्रालय का मानना है कि अगले 40 दिन भारत के लिए बेहद अहम हैं क्योंकि जनवरी में केसेज बढ़ सकते हैं।
मंत्रालय के जानकार सूत्रों ने महामारी फैलने के पिछले ट्रेंड के हवाले बुधवार को कहा- पहले पाया गया था कि पूर्वी एशिया के कोरोना वायरस की चपेट में आने के 30 से 35 दिन बाद भारत में महामारी की एक नई लहर आई थी। यह एक ट्रेंड रहा है। हालांकि साथ ही यह भी कहा कि संक्रमण की गंभीरता कम है। इसलिए अगर कोविड की नई लहर आती भी है तब भी इससे होने वाली मौतें और संक्रमितों के अस्पताल में भर्ती होने की दर बहुत कम रहेगी।
इस बीच खबर है कि भारत में कोरोना का संक्रमण विदेश से लौटे लोगों में ज्यादा मिल रहा है। पिछले दो दिन में, भारत आए छह हजार अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कोविड-19 जांच की गई, जिनमें 39 की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। बिहार के गया में फिर दो लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं, जिससे वहां संक्रमितों की संख्या 19 के करीब पहुंच गई है। उधर दुबई से लौटे दो लोग चेन्नई में संक्रमित मिले हैं। लखनऊ में भी दो नए केस सामने आए हैं। इसे देखते हुए हवाईअड्डों पर सावधानी बढ़ा दी गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया दिल्ली हवाईअड्डे पर कोविड-19 जांच सुविधाओं का जायजा लेने के लिए वहां जाने वाले हैं। सरकार ने शनिवार से हर अंतरराष्ट्रीय उड़ान से आने वाले यात्रियों में से दो प्रतिशत की रैंडम कोविड जांच अनिवार्य कर दी है। बताया जा रहा है कि अगले हफ्ते से चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग, बैंकॉक और सिंगापुर से आने वाले यात्रियों के लिए एयर सुविधा फॉर्म भरना और 72 घंटे पहले की आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य की जा सकती है।
चीन और दक्षिण कोरिया सहित कई देशों में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ने के बीच केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को अतिरिक्त सावधानी बरतने को कहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद भी कोरोना की एक समीक्षा बैठक कर चुके हैं। मंगलवार को देश भर के अस्पतालों में कोरोना से मुकाबला करने की तैयारियों की समीक्षा के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया था। इस बीच खबर है कि कोरोना का खतरा बढ़ने की आशंका के बीच कोविशील्ड वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीच्यूट ने भारत सरकार को दो करोड़ डोज मुफ्त देने की घोषणा की है।