कोलकाता। वयोवृद्ध माकपा नेता और पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री मानवेंद्र मुखर्जी (Manvendra Mukherjee) का मंगलवार दोपहर शहर के एक अस्पताल में निधन (death) हो गया। वह 67 वर्ष के थे। वामपंथी नेता मानव मुखर्जी के रूप में पश्चिम बंगाल (West Bengal) के राजनीतिक हलकों में लोकप्रिय थे। माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम (Mohd Salim) के अनुसार, मुखर्जी को अस्वस्थता और मस्तिष्क रक्तस्राव (Brain Hemorrhage) के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मंगलवार दोपहर को उन्हें लगातार दो बार दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उनका निधन हो गया। उनके पार्थिव शरीर को मंगलवार की रात पीस हेवन मोर्चरी में रखा जाएगा। बुधवार को इसे कोलकाता स्थित पार्टी मुख्यालय ले जाया जाएगा जहां पार्टी के नेता, समर्थक और कार्यकर्ता दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि देंगे।
इसके बाद उनकी अंतिम इच्छा के अनुसार उनके पार्थिव शरीर (Dead Body) को कलकत्ता मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (Calcutta Medical College and Hospital) को दान कर दिया जाएगा। सेंट जेवियर्स कॉलेज (St. Xavier’s College) से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय (Calcutta University) से व्यवसाय प्रबंधन में स्नातकोत्तर (Postgraduate) की पढ़ाई शुरू की। लेकिन माकपा के साथ एक सक्रिय राजनीतिक जीवन जीने की उनकी उत्सुकता ने उन्हें अपनी पढ़ाई बंद करने और पूर्णकालिक कार्यकर्ता के रूप में पार्टी में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। वह 1987 और 2006 में कोलकाता में बेलेघाटा विधानसभा क्षेत्र से पांच बार विधायक रहे। उन्होंने सूचना प्रौद्योगिकी, पर्यटन, युवा मामलों और पर्यावरण जैसे महत्वपूर्ण विभागों को संभालते हुए वाम मोर्चा शासन में मंत्री के रूप में कार्य किया था। (आईएएनएस)