
कोलकाता/भुवनेश्वर। चक्रवाती तूफान यास का असर कम हो गया है और पश्चिम बंगाल व ओड़िशा में भारी तबाही मचाने के बाद तूफान शांत पड़ गया है। लेकिन पिछले दो दिन में इस तूफान की वजह से भारी तबाही मची है। करीब 20 लाख लोग इससे प्रभावित हुए हैं। हालांकि पहले से सूचना होने और तैयारियों की वजह से ज्यादातर लोगों को प्रभावित क्षेत्र से निकाल लिया गया था। इसके बावजूद चार लोगों की मौत हुई है। ओड़िशा में तीन और पश्चिम बंगाल में एक आदमी की मौत हुई।
पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले के दीघा के मशहूर पर्यटक स्थल इस तूफान से पूरी तरह से बरबाद हो गए हैं। इस बेहद खूबसूरत पर्यटन स्थल को बुधवार को आए यास तूफान ने तहस-नहस कर दिया। वहां के समुद्र तट पर अब सब कुछ टूटा हुआ है। होटल और रिसॉर्ट में भी समुद्र का पानी घुस गया है और सामान बहाकर ले गया है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस इलाके का दौरा करेंगी। माना जा रहा है कि टूरिज्म उद्योग के लोगों को कुछ राहत का ऐलान किया जा सकता है।
कुछ ऐसा ही हाल हावड़ा जिले के विश्व प्रसिद्ध रामकृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानंद आश्रम बेलूर मठ का है। तेज बारिश से हावड़ा की हुगली नदी में आई बाढ़ का पानी आश्रम परिसर में घुस गया है। इससे कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट की तरफ से बनाई गई जेटी को भी नुकसान पहुंचा है। ओड़िशा और पश्चिम बंगाल के कई और इलाकों में तूफान की वजह से बड़ी तबाही हुई है और मकानों को नुकसान पहुंचा है।
तूफान से पश्चिम बंगाल और ओड़िशा के 20 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। बारिश और घरों के टूटने की वजह से चार लोगों की मौत हो गई। इनमें तीन ओड़िशा और एक बंगाल से है। गौरतलब है कि तूफान 26 मई को ओड़िशा और पश्चिम बंगाल के समुद्र तट से टकराया था। लेकिन उससे एक दिन पहले ही कई इलाकों में भारी बारिश शुरू हो गई है। इस बीच गुरुवार को ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने प्रभावित इलाकों का सर्वेक्षण किया। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 28 और 29 मई को हेलीकॉप्टर से तूफान प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगी।
प्रधानमंत्री मोदी आज करेंगे हवाई सर्वेक्षण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को चक्रवाती तूफान यास से प्रभावित पश्चिम बंगाल और ओड़िशा का दौरा करेंगे। शुक्रवार की सुबह प्रधानमंत्री पहले ओड़िशा की राजधानी भुवनेश्वर पहुंचेंगे, जहां वे एक समीक्षा बैठक करेंगे। इसके बाद मोदी बालासोर, भद्रक और पूर्वी मेदिनीपुर का हवाई सर्वे करेंगे। इन जिलों में ही तूफान ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है।
इसके बाद प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल में भी एक समीक्षा बैठक करेंगे। बंगाल और ओड़िशा में तबाही मचाने के बाद यास तूफान आगे बढ़ गया है, लेकिन ये तूफान अपने पीछे तबाही का मंजर छोड़ गया है। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री का यह पहला दौरा है। चुनाव जीतने के बाद पहली बार मोदी और ममता बनर्जी आमने-सामने होंगे।