समाचार मुख्य

दिल्ली सरकार का देशभक्ति वाला बजट

ByNI Desk,
Share
दिल्ली सरकार का देशभक्ति वाला बजट
नई दिल्ली। दिल्ली की अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को वित्त वर्ष 2021-22 का बजट पेश किया। सरकार ने इसे दशभक्ति वाला बजट बताया है। इस बजट में सरकारी स्कूलों में देशभक्ति की अलग से एक क्लास लगाने का प्रावधान किया गया है और देशभक्ति से जुड़ी गतिविधियों के लिए 10 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। ऐसा लग रहा है कि भाजपा की ओर से हर विपक्षी पार्टी को देशद्रोही बताने के एजेंडे के विरोध में आम आदमी पार्टी की सरकार ने देशभक्ति पर जोर दिया है। बहरहाल, दिल्ली सरकार के उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को 69 हजार करोड़ रुपए का बजट पेश किया। पिछले बजट के मुकाबले इस बजट में चार हजार करोड़ रुपए की बढ़ोतरी की गई है। बजट में 2047 तक दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय सिंगापुर के बराबर करने का लक्ष्य रखा गया है। बजट पेश करते हुए सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों में कोरोना वैक्सीन फ्री लगाई जाएगी। इसके लिए 50 करोड़ का बजट अलग से आवंटित किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि रोजाना वैक्सीनेशन की क्षमता को 45 हजार से बढ़ा कर 60 हजार किया जाएगा। बजट में दिल्ली के सरकारी स्कूलों में देशभक्ति पर अलग से पीरियड रखने की घोषणा की गई है और आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मनाने की घोषणा भी की गई है। ये जश्न 12 मार्च से शुरू होगा। इसके अलावा दिल्ली सरकार स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के जीवन पर 75 सप्ताह तक लगातार कार्यक्रम कराने जा रही है। इसके लिए 10 करोड़ रुपए का बजट अलग से जारी किया गया है। सिसोदिया ने अपने बजट भाषण में बताया कि इस साल का बजट 2020-21 की तुलना में 6.1 फीसदी ज्यादा है। दिल्ली सरकार ने शिक्षा को विश्व स्तरीय बनाने के लक्ष्य को लेकर 16,377 करोड़ रुपए शिक्षा के लिए जारी किए हैं। यह कुल बजट का एक चौथाई हिस्सा है। केजरीवाल सरकार ने अनधिकृत कॉलोनियों के विकास पर 1,550 करोड़ खर्च करने का फैसला किया है। गरीबों के लिए रिहायशी क्षेत्र बनाने के लिए आवास विकास योजना के जरिए सरकार 5,328 करोड़ खर्च करेगी। यमुना नदी की सफाई के लिए 2,074 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं। सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र पर 9,934 करोड़ रुपए खर्च करेगी।
Published

और पढ़ें