नई दिल्ली। कांग्रेस के साथ ही लगभग सभी प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं ने लोकसभा में कांग्रेस के सात सदस्यों को पूरे सत्र के लिए निलम्बित करने के अध्यक्ष ओम बिरला के फैसले को कठोर कदम बताते हुए उनसे यह निर्णय वापस लेने की मांग की है।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि उनकी पार्टी के सदस्यों को किस आधार पर निलम्बित किया गया है इसकी जानकारी उन्हें नहीं दी गयी है। पार्टी के सदस्यों ने ऐसा कुछ नहीं किया था जिसके कारण उन्हें पूरे सत्र के लिए निलम्बित किया गया है।
उन्होंने इसे अध्यक्ष का कठोर फैसला बताया और कहा कि यह असाधारण फैसला है और इसे वापस लिया जाना चाहिए। चौधरी ने अध्यक्ष के इस फैसले को अत्यंत पीड़ादायक बताया और कहा कि विपक्ष के लोगों को विरोध करने का अधिकार है। उनके अधिकारों को कुचला नहीं जा सकता है।
उनका कहना था कि सत्ता पक्ष में बैठे लोग जब विपक्ष में थे तो सदन में उनका व्यवहार कैसा होता था, इसका रिकाॅर्ड देखा जा सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों के सदस्यों को निशाना बनाया जा रहा है। सदस्यों को उनके व्यवहार के लिए पांच दिन के लिए निलम्बित किया जा सकता है लेकिन यहां अभूतपूर्व निर्णय लेते हुए कांग्रेस के सात सदस्यों को पूरे सत्र के लिए निलम्बित किया गया है।
लोकसभा में कांग्रेस सदस्यों का निलम्बन वापस लेने की मांग
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