चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) विधायक दल ने आज अपने पूर्व नेता परमिंदर ढींडसा पर पार्टी के बजाय परिवार को चुनने और पंजाब में सत्तारूढ़ कांग्रेस के हाथों खेलने का आरोप लगाया।
ढींडसा ने हाल में शिअद के विधायक दल नेता पद से इस्तीफा दे दिया था। पार्टी के विधायकों की आज एक बैठक हुई जिसमें इस बात के लिए भी ढींडसा की आलोचना की गई कि उन्होंने उक्त कदम उठाने से पहले अपने साथियों से सलाह-मशविरा नहीं किया।
बैठक में कहा गया कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पार्टी ने ढींडसा को इतना सम्मान दिया पर वह अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन करने में विफल रहे। विधायकों ने आरोप लगाया कि ढींडसा के कदम का उद्देश्य शिअद को कमजोर करना और कांग्रेस को ‘उभारने‘ में मदद करना है क्योंकि प्रदेश में कांग्रेस सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है और शिअद में फूट डालकर ही वह संभल सकती है।
विधायक दल के नये नेता के रूप में चुने गये शरणजीत ढिल्लों ने बैठक में कहा कि वह कांग्रेस सरकार की ‘जनविरोधी‘ नीतियों को बेनकाब करते रहेंगे। उन्होंने यह जिम्मेवारी सौंपने के लिए पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के प्रति आभार भी जताया।