जयपुर। राजस्थान में खरीद फरोख्त से सरकार को अस्थिर करने के प्रयासों पर लगाम लगने के बाद विधानसभा का सत्र कल से शुरू हो रहा है। इस सत्र में बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने सहित कई मुद्दे उठाए जा सकते हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जहां कानून व्यवस्था, बिजली, पानी का मुद्दा उठा रखा है वहीं कांग्रेस विधायकों की खरीद-फरोख्त के प्रयास के मामले में भाजपा को कठघरे में खड़ा करने का प्रयास करेगी। भाजपा विधायक दल की बैठक में उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा कर सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की जाएगी।
पायलट गुट के सभी विधायकों की कांग्रेस में वापसी के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मजबूत हुए हैं तथा विधानसभा सत्र में कोरोना की लड़ाई आदि मुद्दों पर जवाब देने के साथ कांग्रेस को अस्थिर करने के भाजपा के प्रयास पर कडे शब्दों में जवाब दे सकते हैं।