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Tamil Nadu : DMK की 10 साल बाद सत्ता में वापसी, Udhayanidhi ने पहले ही चुनाव में 68,880 वोटों से हासिल की जीत

ByNayaindia Desk,
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Tamil Nadu : DMK की 10 साल बाद सत्ता में वापसी, Udhayanidhi ने पहले ही चुनाव में 68,880 वोटों से हासिल की जीत
नई दिल्ली। Tamil Nadu Election Results 2021: तमिलनाडु की सत्ता में द्रविड़ मुन्नेत्र कडगम (DMK) ने पूरे 10 साल बाद सत्ता में वापसी की है। डीएमके यूथ विंग के सचिव उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) का यह पहला चुनाव था। अपने पहले चुनाव में ही उन्होंने चेपॉक सीट से 68,880 वोटों से जीत हासिल की। इस चुनाव में डीएमके की ईंट ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसे भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव हारे सांसद क्या करेंगे? डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन (MK Stalin) के बेटे और एम करुणानिधि (M Karunanidhi) के पोते उदयनिधि स्टालिन ने पूरे चुनावी प्रचार में एक ईंट को एआईएडी एमके-भाजपा गठबंधन पर वार के लिए हथियार बनाया था। उदयनिधि ने जीत के बाद यह ईंट पिता स्टालिन को सौंपी। पार्टी प्रमुख एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन सुर्खियों में तब आए थे, जब उन्होंने प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, और गृहमंत्री अमित शाह से सीधी टक्कर ली. हर चुनावी रैली में उदयनिधि हाथ में ईंट लेकर एआईएडीएमके-भाजपा की ओर से राज्य की जनता से किए गए झूठे वादों की याद दिलाते थे। इस ईंट पर तमिल भाषा में एम्स लिखा है। जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए झूठे वादे का प्रतीक बताया गया है। इसे भी पढ़ें- मोदी-शाह की हार है बंगाल में उदयनिधि के मुताबिग पीएम मोदी ने मदुरै में एम्स बनवाने का वादा किया था, लेकिन उस वादे की सच्चाई केवल शिलान्यास के पत्थर से ज्यादा कुछ भी नहीं निकली। इसी का परिणाम है कि प्रधानमंत्री ने जिस हॉस्पिटल का सपना तमिलनाडु की जनता को दिखाया तो वो वास्तव में कहीं दिखता ही नहीं। वहीं फिल्म अभिनेत्री खुशबू अपना पहला चुनाव हार गई. उन्हें डीएमके उम्मीदवार डॉ. एजहीलान ने हराया. खुशबू ने हार के बाद ट्वीट किया कि सफलता की शुरुआत असफलता से होती है. मैं लोगों के जनादेश को स्वीकार करती हूं. कोयंबटूर दक्षिण सीट से मक्कल नीधि मय्यम (एमएनएम) के प्रमुख कमल हासन, बीजेपी उम्मीदवार वनाथी श्रीनिवासन से चुनाव हार गए. एआइएडीएमके से निष्कासित और अम्मा मक्कल मुन्नेत्र कषगम के प्रमुख टीटीवी दिनाकरण कोविलपट्टी सीट से चुनाव हार गए. डी जयकुमार, एमसी सम्पत और आरएस राजेश को भी चुनाव में अपने प्रतिद्वंदी उम्मीदवारों से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है. इसे भी पढ़ें- मोदी-शाह की हार है बंगाल में बता दें कि 234 सीटों वाली तमिलनाडु विधानसभा के लिए 2016 में हुए चुनाव में जयललिता की अगुवाई में एआईएडीएमके ने 136 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि करुणानिधि की अगुवाई वाली डीएमके के खाते में 98 सीटें आई थीं. जयललिता लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठी थीं. हालांकि, 5 दिसंबर 2016 को जयललिता का निधन हो गया था. बाद में ओ. पन्नीरसेल्वम मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे, लेकिन वो ज्यादा दिनों तक सीएम नहीं रहे. उनके बाद ई. पलानीस्वामी सीएम बने और पन्नीरसेल्वम डिप्टी सीएम बनाए गए.
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