नई दिल्ली। भीमा कोरेगांव हिंसा और उससे जुड़े मामलों में बड़ा खुलासा हुआ है। यह पूरा मामला अब संदिग्ध होता दिख रहा है। एक अमेरिका फॉरेसिंक फर्म के खुलासे से पता चला है कि सामाजिक कार्यकर्ता फादर स्टेन स्वामी के कंप्यूटर में कई आपत्तिजनक दस्तावेज प्लांट किए गए थे। कहा गया है कि हैकर्स ने उनका कंप्यूटर हैक किया था और उसमें दस्तावेज प्लांट किए थे। गौरतलब है कि फादर स्टेन को 2020 में कथित आतंकी संपर्क के लिए गिरफ्तार किया गया था। पिछले साल उनकी मौत हो गई थी।
अमेरिकी फॉरेंसिक फर्म की इस रिपोर्ट से भीमाकोरेगांव हिंसा मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी, एनआईए के आरोपों पर सवाल उठते हैं। एनआईए ने अपनी जांच में फादर स्टेन स्वामी और कथित माओवादी नेताओं के बीच कथित इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन के गंभीर आरोप लगाए थे।फादर स्टेन स्वामी के वकीलों की ओर से रखे गए बोस्टन स्थित एक फॉरेंसिक संगठन आर्सेनल कंसल्टिंग की रिपोर्ट कहना है कि कथित माओवादी पत्रों सहित करीब 44 दस्तावेज एक अज्ञात साइबर हैकर ने प्लांट किए थे।
ध्यान रहे इन दस्तावेजों के आधार पर बड़ा केस बना था और काफी लोग गिरफ्तार किए गए थे। फादर स्टेन स्वामी लंबे समय तक जेल में बंद थे और उसी दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी। गौरतलब है कि शुरुआती दिनों में स्टेन स्वामी ने पादरी का काम किया था लेकिन फिर आदिवासी अधिकारों की लड़ाई लड़ने लगे थे। बतौर मानवाधिकार कार्यकर्ता झारखंड में विस्थापन विरोधी जनविकास आंदोलन की भी उन्होंने स्थापना की थी।