मॉस्को। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल ने गुरुवार को मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन से मुलाकात की। दोनों ने भारत और रूस के बीच रणनीतिक भागीदारी और आपसी संबंधों पर चर्चा की। मॉस्को में भारतीय दूतावास ने जानकारी दी कि मुलाकात के दौरान डोवाल ने लश्कर ए तैयबा, जैश ए मोहम्मद और दाएश जैसे आतंकवादी संगठनों से निपटने के लिए खुफिया और सुपक्षा समन्वय पर जोर दिया। अजित डोवाल अफगानिस्तान पर सुरक्षा परिषदों के सचिवों की पांचवीं बैठक में शामिल होने मॉस्को पहुंचे हैं।
डोवाल ने कहा- अफगानिस्तान एक कठिन दौर से गुजर रहा है और जरूरत के समय भारत, अफगानिस्तान के लोगों को अकेला नहीं छोड़ेगा। भारत ने संकट के समय 40 हजार मीट्रिक टन गेहूं, 60 टन दवाइयां और पांच लाख कोविड टीके अफगानिस्तान भेजे हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा- अफगानिस्तान के लोगों की भलाई और मानवीय जरूरतें भारत की प्राथमिकता है। आतंकवाद बड़ा खतरा बन गया है। हम नहीं चाहते कि कोई भी देश अफगानिस्तान के रास्ते आतंकवाद फैलाए। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान की प्राकृतिक संपदा का इस्तेमाल उसके नागरिकों के कल्याण के लिए किया जाना चाहिए।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल ने पिछले साल अगस्त में रूस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार निकोलाई पत्रुशेव से मुलाकात की थी। इस दौरान अफगानिस्तान, आतंकवाद और रूस-यूक्रेन जंग पर बातचीत हुई थी। पिछले दिनों डोवाल ने ब्रिटेन, अमेरिका और इजराइल का दौरा किया है। अमेरिका में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन से उनकी मुलाकात हुई थी और तकनीक को लेकर अहम समझौता हुआ था।