चेन्नई। प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने धन शोधन के एक मामले में मंगलवार को तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी सेंथिल बालाजी और कुछ अन्य लोगों के परिसरों पर छापे मारे। इस दौरान ईडी की टीम राज्य सरकार के सचिवालय में भी पहुंची और वहां बिजली मंत्री के कमरे की तलाशी ली। इसे लेकर राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने केंद्र सरकार पर हमला बोला और कहा कि केंद्र सरकार विपक्षी पार्टियों को डराने का प्रयास कर रही है।
जानकार सूत्रों ने बताया कि चेन्नई और इरोड के अलावा बालाजी के गृह जिले करूर में भी तलाशी ली गई। ईडी के अधिकारियों ने बताया कि सचिवालय में बालाजी के कार्यालय के कमरे में भी तलाशी ली गई। पांच साल में दूसरी बार है केंद्रीय जांच एजेंसी ने सचिवालय के अंदर तलाशी ली है। इससे पहले दिसंबर 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री जे जयललिता की मृत्यु के कुछ दिन बाद तत्कालीन मुख्य सचिव पी राम मोहन राव के खिलाफ कार्रवाई करते हुए आयकर अधिकारियों ने सचिवालय में तलाशी ली थी।
बहरहाल, डीएमके के कद्दावर नेता बालाजी ने कहा कि उन्हें यह जानकारी नहीं है कि अधिकारी उनके परिसरों पर क्या खोजने आए हैं। उन्होंने जांच में पूरी तरह सहयोग का आश्वासन दिया। इस बीच मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बालाजी के खिलाफ ईडी की छापेमारी को लेकर केंद्र में भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि वह अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को पिछले दरवाजे से डराने-धमकाने में शामिल है। स्टालिन ने एक बयान में कहा- भाजपा जिन लोगों का राजनीतिक रूप से सामना नहीं कर सकती, उन्हें पिछले दरवाजे से डराने-धमकाने की उसकी राजनीति सफल नहीं होगी। वह समय नजदीक आ रहा है, जब वे खुद ही इसे महसूस करेंगे।