जयपुर। राजस्थान में छह नगर निगमों में 29 अक्टूबर से दो चरणों में चुनाव की घोषणा के बाद चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई वहीं सत्तारुढ़ कांग्रेस और विपक्ष भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस चुनाव में जीत के दावे करने लगे हैं।
निर्वाचन विभाग ने कल इन निगमों में 29 अक्टूबर एवं एक नवम्बर को दो चरणों में चुनाव कराने की घोषणा की हैं और इसके बाद चुनावी बिसात बिछना शुरु हो गई और राजधानी जयपुर में जयपुर हेरिटेज एवं जयपुर ग्रेटर नगर निगम सहित अन्य निगमों के लिए दोनों दलों के पार्टी प्रत्याशी बनने के लिए दावेदारों ने दलों के नेताओं और पदाधिकारियों के चक्कर लगाना शुरु कर दिया हैं।
उच्चतम न्यायालय का नगर निगम चुनाव कराने का निर्णय आने के बाद ही चुनाव को लेकर सरगर्मियां शुरु हो गई थी और पिछले तीन चार दिन में कांग्रेस में लगभग ढाई हजार और भाजपा में करीब सत्रह सौ दावेदारों ने पार्टी पदाधिकारियों को चुनाव में टिकट पाने के लिए अपना बायोडाटा दिया हैं। बड़ी संख्या में दावेदारों के सामने आने से दोनों ही दलों में टिकट वितरण को लेकर मशक्कत हो रही हैं।
चुनाव की घोषणा के बाद प्रदेश कांग्रेस एवं प्रदेश भाजपा दोनों ही इन चुनावों में जीत के दावे करने लगे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा का कहना है कि कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं हैं और टिकट वितरण को लेकर भी कोई परेशानी नहीं होगी जबकि भाजपा अलग अलग बंटी हुई नजर आ रही हैं। उन्होंने कहा कि हाल में राज्यपाल कलराज मिश्र को भाजपा के कई नेताओं ने अलग और भाजपा की एक सांसद ने अलग ज्ञापन दिया।