नई दिल्ली। हरियाणा में सूरजमुखी के न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी को लेकर चल रहा किसानों का विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। किसानों ने इसकी कीमत और आंदोलन के दौरान गिरफ्तार किसानों की रिहाई को लेकर कुरूक्षेत्र में जम्मू-दिल्ली नेशनल हाईवे पर पक्का मोर्चा लग गया है। मंगलवार को किसानों की प्रशासन से बातचीत विफल रही, जिसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने मीटिंग किया और ऐलान कर दिया कि अब हाईवे पर जाम नहीं खुलेगा। किसानों के आंदोलन को देखते हुए इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है।
इससे पहले किसानों ने कुरुक्षेत्र में सोमवार दोपहर दो बजे से जम्मू-दिल्ली नेशनल हाईवे जाम किया हुआ था और हाईवे पर ही रात भी गुजारी थी। मंगलवार की सुबह 10 बजे के अल्टीमेटम के बाद किसानों ने टेंट गाड़ दिए। किसानों ने कहा- सूरजमुखी पर एमएसपी की घोषणा की जाए और गुरनाम चढ़ूनी सहित दूसरे किसान नेताओं को रिहा किया जाए। दोपहर को एसपी सुरेंद्र भोरिया और प्रशासनिक अधिकारियों की चढ़ूनी यूनियन से जुड़े किसान नेताओं से मीटिंग हुई।
जिले के एसपी ने कहा- जल्दी ही मामले का समाधान हो जाएगा। वहीं मीटिंग से निकले किसानों ने कहा कि चार बजे तक का टाइम दिया गया था, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला, प्रशासन टालमटोल कर रहा है। अब प्रशासन से कोई मीटिंग नहीं करेंगे। दूसरी ओर हरियाणा सरकार ने एक विज्ञापन जारी कर पूछा है कि हरियाणा में सूरजमुखी के सबसे रेट ज्यादा हैं, फिर भी क्या राष्ट्रीय राजमार्ग रोकना जायज है?