
नई दिल्ली। शरद पवार के बाद अब नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने भी राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा है कि वे विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार नहीं बनेंगे। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू कश्मीर को अभी उनकी जरूरत है और वे कुछ समय और अपने राज्य को देना चाहते हैं। उन्होंने अपने नाम पर विचार करने के लिए विपक्षी पार्टियों को धन्यवाद भी दिया।
राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने से इनकार करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अभी वे जम्मू कश्मीर को रास्ता दिखाने में अपना योगदान देना चाहते हैं। उन्होंने कहा- अनुच्छेद 370 हटने के बाद यहां हालात अच्छे नहीं है, अब चुनाव की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं तो मेरा यहां होना जरूरी है। इसलिए मैं सम्मानपूर्वक अपना नाम वापस लेना चाहता हूं, संयुक्त विपक्ष जिस नेता के नाम पर सहमत होगी, हम उसके साथ पूरी ताकत के साथ खड़ें होंगे।
उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं ने राष्ट्रपति पद के लिए उनका नाम प्रस्तावित किया, इससे वे सम्मानित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा- बैठक में ममता बनर्जी ने मेरे नाम का प्रस्ताव दिया, इसके बाद कई नेताओं ने मुझे फोन किया और समर्थन देने की बात कही। गौरतलब है कि 15 जून को दिल्ली में ममता बनर्जी के नेतृत्व में विपक्ष की बैठक हुई थी। बैठक में शरद पवार, फारूक अब्दुल्ला और गोपाल गांधी के नाम पर चर्चा हुई थी। शरद पवार ने तो बैठक के बाद ही राष्ट्रपति उम्मीदवार न बनने की बात कही थी। इसके बाद फारूक अब्दुल्ला के नाम पर ज्यादातर विपक्षी दल सहमत नजर आ रहे थे। इस मसले पर अगली बैठक 20-21 जून को मुंबई में हो सकती है।