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हरियाणा में जनगणना का पहला चरण एक मई से

ByNI Desk,
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हरियाणा में जनगणना का पहला चरण एक मई से
चंडीगढ़। हरियाणा में जनगणना 2021 के पहले चरण में मकान सूचीकरण व मकानों की गणना का कार्य एक मई से 15 जून तक किया जाएगा। इस कार्य के लिए राज्य में लगभग 58000 प्रगणक और पर्यवेक्षकों को आंकड़े एकत्रीकरण के काम में लगाया जायेगा। यह जानकारी मुख्य सचिव केशनी आनन्द अरोड़ा की अध्यक्षता में हुई जनगणना 2021 एवं राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को अद्यतन करने सबंधी तैयारियों का पुनरीक्षण करने के लिए मण्डल आयुक्तों, जिला उपायुक्तों और प्रधान जनगणना अधिकारियों के राज्य स्तरीय सम्मेलन में दी गई। बैठक में महारजिस्ट्रार एवं जनगणना आयुक्त विवेक जोशी भी उपस्थित थे। श्रीमती अरोड़ा ने कहा कि जनगणना सामाजिक-आर्थिक और जनसांख्यिकी डाटा के रूप में सबसे विश्वसनीय स्रोत है, इसलिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि जनगणना पर डाटा विश्वसनीय होना चाहिए। उन्होंने मण्डल आयुक्तों, जिला उपायुक्तों और प्रधान जनगणना अधिकारियों को जनगणना 2021 के कार्य को जनगणना कलेण्डर के अनुसार समयबद्ध रूप से किया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। जनगणना 2021 इतिहास में पहली जनगणना होगी जो पूरी तरह से डिजीटल होगी। इस जानकारी से राज्यों को भी अपनी योजनाएं बनाने में बहुत मदद मिलेगी। उन्होंने निर्देश दिए कि जनगणना 2021 के लिए आमजन को जागरूक करने के लिए व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि नागरिक गणना की बारीकियों से अवगत हो सकें। सम्मेलन में बताया गया कि हरियाणा राज्य में लगभग 58000 प्रगणक और पर्यवेक्षकों को आंकड़े एकत्रीकरण के काम में लगाया जायेगा।
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जिला जनगणना अधिकारियों एवं तहसीलदार-सह-चार्ज अधिकारियों का जिला स्तरीय प्रशिक्षण 19 फरवरी से 4 मार्च, 2020 के मध्य आयोजित किया जायेगा। जिसके बाद लगभग 900 फील्ड ट्रेनरों का प्रशिक्षण मार्च, 2020 में आयोजित किया जायेगा। जिसके उपरांत इन फील्ड ट्रेनरों द्वारा अप्रैल, 2020 में प्रगणको एवं पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षित किया जायेगा। सम्मेलन में महारजिस्ट्रार एवं जनगणना आयुक्त विवेक जोशी ने कहा कि जनगणना विश्व की सबसे बड़ी प्रशासनिक और सांखिकीय प्रक्रिया है। जनगणना प्रथम बार डिजीटल मोड पर की जा रही है ताकि समय पर जनगणना आंकड़ों को जारी किया जा सके। जनगणना के आंकड़े विशेष रूप से डिजाइन किये गये मोबाईल - ऐप पर एकत्र किये जायेंगे। यह भी पहली बार होगा कि जनगणना गतिविधियों एवं प्रगति का अनुवीक्षण सेंसस मॉनिटरिंग एण्ड मैनेजमेंट सिस्टम (सीएमएमएस) के द्वारा किया जायेगा। जोशी ने कहा कि जनगणना 2021 के लिए नागरिकों से किसी प्रकार के दस्तावेज नहीं मांगे जाएगे। नागरिकों से केवल कुछ प्रश्नों के जवाब मांगे जाएंगे। उन्होंने कहा कि जनगणना करते समय प्रधान जनगणना अधिकारी इस बात का ध्यान रखें कि नागरिकों से केवल प्रश्नावली में दिए गए प्रश्न ही पूछे जाएं। उन्होंने कहा कि जनगणना के समय एकत्रित किया गया व्यक्तिगत डाटा पूरी तरह से सुरक्षित रहता है। इस अवसर पर मुख्य सचिव द्वारा जनगणना कार्य निदेशालय, हरियाणा की वेबसाइट को भी लॉन्च किया गया। इस वेबसाईट पर जनगणना से संबंधित परिपत्र, अधिसूचनाएँ, एवं बार बार पूछे जाने वाले प्रश्न एवं अन्य महत्वपूर्ण तथ्य समाहित होंगे।
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