कन्नूर। केरल में कन्नूर के पास स्थित पझायनगड़ी में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा को काले झंडे दिखाने और उनकी कार रोकने का प्रयास करने की घटना के सिलसिले में राज्य में सत्तारूढ़ माकपा और विपक्षी कांग्रेस के पांच कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने आज कहा कि इनमें से तीन माकपा की छात्र इकाई स्टूडेंट्स फेडरेशन आफ इंडिया (एसएफआई) के जबकि दो युवा कांग्रेस से जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि पांचों को गिरफ्तार कर लिया गया है और 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पांचों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है जिसमें धारा 353 शामिल है। पुलिस ने पझायनगड़ी में कर्नाटक के मुख्यमंत्री की कार रोकने का प्रयास करने और काले झंडे दिखाने और नारेबाजी करने की मंगलवार की घटना के सिलसिले में एसएफआई, डीवाईएफआई, युवा कांग्रेस और केएसयू के 28 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया था।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इनमें से पांच को गिरफ्तार कर लिया गया और रिमांड पर लिया गया जबकि बाकी को थाने से जमानत पर रिहा कर दिया गया। ये कार्यकर्ता केरल के पत्रकारों को गत सप्ताह मंगलुरु में ‘‘अवैध’’ तरीके से हिरासत में लेने का विरोध कर रहे थे जो संशोधित नागरिकता कानून को लेकर आंदोलन के दौरान पुलिस की गोलीबारी में मारे गए दो व्यक्तियों के परिवारों के साक्षात्कार के लिए गए थे।
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भाजपा ने आरोप लगाया है कि यह ‘‘कम्युनिस्ट गुंडों’’ का ‘‘पूर्व नियोजित’’ हमला था। कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री की कार को घेर लिया, नारेबाजी की और कार को रोकने का प्रयास किया। इनमें से कुछ कार के सामने आ गए लेकिन उन्हें पुलिस ने हटा दिया। घटना उस समय हुई जब येदियुरप्पा मडायीकावू मंदिर जा रहे थे। सोमवार को भी उन्हें तिरुवनंतपुरम में युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा काले झंडे से विरोध प्रदर्शन के एक प्रयास का सामना करना पड़ा।