नई दिल्ली। उत्तराखंड में लगातार दूसरी बार भारतीय जनता पार्टी ने बड़ी जीत हासिल की है और पांच साल गठबंधन की सरकार चलाने के बाद मणिपुर में भी भाजपा ने अकेले दम पर बहुमत हासिल कर लिया है। उत्तरखंड की 70 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 47 सीटों पर जीत हासिल की है। मणिपुर में भाजपा को 32 सीटें मिली हैं, जबकि बहुमत का आंकड़ा 31 का है। पिछली बार 28 सीट जीत कर सबसे बड़ी पार्टी बनी कांग्रेस को सिर्फ पांच सीटें मिली हैं। वह चौथे स्थान पर रही। कोनरेड संगमा की एनपीपी ने सात और जनता दल यू ने छह सीटें जीतीं। Five state assembly election result
उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी ने पिछली बार 57 सीटें जीती थीं। इस बार उसे नौ सीटों का नुकसान हुआ है फिर भी 48 सीट का आंकड़ा बहुमत के लिए जरूरी 35 सीटों से बहुत ज्यादा है। राज्य में भाजपा एक बड़ा झटका यह लगा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद खटीमा सीट से चुनाव हार गए। सरकार बनाने की उम्मीद कर रही मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को सिर्फ 19 सीटें मिलीं और उसके मुख्यमंत्री पद के अघोषित दावेदार हरीश रावत चुनाव हार गए। राज्य में बहुजन समाज पार्टी ने दो सीटें हासिल कीं।
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Five state assembly election result
मणिपुर की 60 सदस्यों की विधानसभा में भाजपा 32 सीटों पर जीती है। पिछली सरकार में सहयोगी रही और अभी मेघालय में उसकी सहयोगी एनपीपी ने सात सीटें जीती हैं। बिहार की उसकी सहयोगी जनता दल यू को छह सीटें मिली हैं, जबकि पांच सीट के साथ कांग्रेस चौथे स्थान पर रही है। अन्य को 10 सीटें मिली हैं, जिनमें एनपीएफ, कूकी एलायंस और निर्दलीय शामिल हैं।
नतीजों के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देवभूमि की जनता ने इतिहास रचा है। भाजपा ने जो भी संकल्प लिया है, उसे पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक जीत के पीछे प्रधानमंत्री मोदी का विजन है, जिसे जनता पसंद करती है। गौरतलब है कि धामी चुनाव हार गए हैं लेकिन भाजपा विधायक कैलाश गहतोड़ी ने उनके लिए अपनी सीट छोड़ने का ऐलान किया है। कैलाश ने चंपावत सीट पर जीत दर्ज की है। कैलाश ने कहा कि पुष्कर धामी के ही नेतृत्व में भाजपा उत्तराखंड की सत्ता में आई है। ऐसे में उन्हें मुख्यमंत्री बनाए रखने के लिए वे अपनी सीट छोड़ने को तैयार हैं।
उत्तराखंड, मणिपुर में भी लौटी भाजपा
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