नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने अदानी और हिंडनबर्ग विवाद से जुड़े मामले में एक नई रिपोर्ट को रिकॉर्ड में लेने से इनकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने फोर्ब्स की अदानी ग्रुप को लेकर आई रिपोर्ट को रिकॉर्ड में लेने से इनकार कर दिया। याचिकाकर्ताओं में से एक जया ठाकुर के वकील वरुण ठाकुर ने बेंच से रिपोर्ट को रिकॉर्ड में लेने का अनुरोध करते हुए कहा था कि इसे बाद में सार्वजनिक किया गया। इस पर चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा- नहीं, हम इसे रिकॉर्ड में नहीं लेंगे।
फोर्ब्स की रिपोर्ट में गौतम अदानी से ज्यादा उनके भाई विनोद अदानी की वित्तीय गतिविधियों के बारे में बताया गया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक अदानी समूह के प्रमुख गौतम अदानी का नाम, शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में 54 बार लिया गया। वहीं उनके बड़े भाई विनोद अदानी का जिक्र 151 बार किया गया। यानी गौतम अदानी के नाम से 97 बार ज्यादा। इसमें अदानी समूह के शेयरों के बदले रूस से कर्ज लेने का भी जिक्र है और बताया गया है कि इस बात की जानकारी नियामक को नहीं दी गई थी।
गौरतलब है कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट के अनुसार विनोद अदानी विदेश में फर्जी कंपनियों को मैनेज करते हैं। इनके जरिए भारत में अदानी समूह की सूचीबद्ध और प्राइवेट कंपनियों में अरबों डॉलर ट्रांसफर किए गए। इसके अलावा कई किस्म की वित्तीय गड़बड़ियों की बात इस रिपोर्ट में कही गई। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट 24 जनवरी को आई थी, जबकि फोर्ब्स की रिपोर्ट फरवरी में प्रकाशित हुई। ध्यान रहे सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में चार याचिकाओं पर सुनवाई हो रही है।