भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि राज्य की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में ‘फोर डी’ का बोलबाला था और यही तत्कालीन सरकार के पतन का कारण बना।
चौहान ने अपनी सरकार के एक सौ दिन पूरे होने के अवसर पर यहां प्रदेश भाजपा कार्यालय में वर्चुअल रैली को संबोधित किया। रैली में दिल्ली से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर शामिल हुए,
प्रदेश भाजपा कार्यालय परिसर में वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल और वरिष्ठ नेता प्रभात झा भी मौजूद थे। चौहान ने फोर डी का आशय समझाते हुए कहा कि दलाल, दंभ, दुर्भावना और दिग्विजय का बोलवाला था और यही सरकार के पतन का कारण बने। उन्होंने कहा कि उस समय राज्य मंत्रालय वल्लभ भवन को दलाली का अड्डा बना दिया गया था। सरकार के प्रमुख दंभ और अहंकार से भर गए थे। वे दुर्भावनावश कार्य कर रहे थे।
इसके अलावा मिस्टर बंटाढार, श्री दिग्विजय सिंह सरकार के पतन का कारण बने। चौहान ने आरोप लगाया कि उस सरकार में जनहित की उपेक्षा कर नेताओं ने अपने हित साधे। किसान कर्जमाफी के नाम पर किसानों के साथ सबसे बड़ा धोखा किया गया। चौहान का कहना है कि किसान कर्जमाफी के लिए कम से कम 50 हजार करोड़ रुपयों की जरुरत थी, लेकिन मात्र छह हजार करोड़ रुपयों के किसान ऋण माफ किए गए और उसमें भी विसंगतियां हैं।
वहीं मौजूदा सरकार ने किसानों संबंधी विभिन्न योजनाओं के तहत किसानों के खातों में 25 हजार करोड़ रुपए पहुंचाए। चौहान ने घोषणा की कि अब उनकी सरकार ऋणमाफी योजना का युक्तियुक्तकरण करेगी। ऐसा होने से सभी किसानों को लाभ होगा और उनके साथ भेदभाव नहीं होगा।