नई दिल्ली| अक्सर कहा जाता है कि मरने वाला कभी लौटकर नहीं आता. लेकिन कोरोना संक्रमण के इस दौर में कई बार देखा गया है कि अस्पताल कर्मियों की लापरवाही के कारण लोगों को कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ी है. लेकिन आज हम जिस घटना की बात कर रहे हैं वह कोई चमत्कार नहीं बल्कि लापरवाही का नतीजा है. आंध्र प्रदेश जिले के सरकारी अस्पताल से एक ऐसा ही मामला सामने आया है. जानकारी के अनुसार एक 75 वर्षीय महिला के कोरोना संक्रमित होने के बाद उसे 15 मई को अस्पताल में भर्ती किया गया था. 3 दिनों तक अस्पताल में इलाज चलने के बाद उसकी मौत हो गई. बाद में अस्पताल वालों ने मृत्यु प्रमाण पत्र के साथ हैं मृतिका के पति को अंतिम संस्कार के लिए बॉडी दे दी. परिवार वालों की उपस्थिति में अंतिम संस्कार भी करा दिया गया. मां की मृत्यु के 8 दिन बाद बेटे की भी मौत हो गई.
अजब गजब : कोरोना संक्रमण से मौत के बाद कर दिया था मां-बेटे का अंतिम संस्कार, फिर लौट आई मां अब परिवार को बेटे का इंतजार...
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