
उदयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर में मारे गए दर्जी कन्हैया लाल के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने परिजनों को हरसंभव मदद देने का भरोसा दिया। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार आरोपियों को जल्दी से जल्दी सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। गौरतलब है कि मंगलवार को कन्हैया लाल की गला काट कर हत्या कर दी गई। हत्या करने वालों ने गला काटने का वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर सार्वजनिक भी किया। उन्होंने नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर दिए बयान का समर्थन करने के लिए कन्हैया लाल की हत्या की। दोनों हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
बहरहाल, कन्हैया लाल के परिजनों से मिलने के बाद गहलोत ने मीडिया से कहा- एनआईए एक महीने के अंदर इस केस में जल्दी सजा दिला दे। एनआईए को समझना चाहिए कि प्रदेश के लोगों की भावना क्या है? कन्हैया को सुरक्षा दी गई या नहीं, क्या कमी रही, सभी चीजें एनआईए की जांच में सामने आ जाएगी। उन्होंने कहा- एनआईए की जांच पर भरोसा करना चाहिए, जांच निष्पक्ष होगी, हम पूरा सहयोग करेंगे। इस घटना ने देश को हिला दिया है।
मारे गए दर्जी कन्हैया लाल के बेटे हर्ष साहू ने बताया कि मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि इन लोगों को फांसी होनी ही है। एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने का भी भरोसा दिया है। हर्ष ने कहा- अब हमारे मन में कोई डर नहीं, सभी लोग साथ हैं। हर्ष ने बताया कि मुख्यमंत्री ने उन्हें कहा कि मैं आपके साथ हूं, किसी भी समय आकर आप मिल सकते हो।
इस बीच उदयपुर में कन्हैया लाल हत्याकांड के विरोध में गुरुवार को सर्व समाज की ओर से मौन जुलूस निकाला गया। जुलूस में हजारों लोग शामिल हुए। जुलूस टॉउन हॉल से शुरू हुआ और कलेक्टर कार्यालय पर पहुंचा। बताया जा रहा है कि वहां से लौटते समय दिल्ली गेट चौराहे पर कुछ युवकों ने पत्थर फेंक दिए। इस दौरान पुलिस ने डंडे बरसाकर खदेड़ा। दूसरी ओर कई संगठनों ने राजस्थान के कई शहरों में बंद का आह्वान किया था।