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गरीबों को मुफ्त में अनाज दे सरकार: वृंदा

ByNI Desk,
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गरीबों को मुफ्त में अनाज दे सरकार: वृंदा
नई दिल्ली। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी(माकपा) की वरिष्ठ नेता वृंदा करात ने कोरोना संकट के मद्देनजर केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान से गरीब लोगों को मुफ्त में अनाज बांटने की मांग की है। पार्टी पोलित ब्यूरो की सदस्य श्रीमती करात ने पासवान को पत्र लिखकर यह मांग की है। उन्होंने पत्र में कहा है कि सरकार ने देश के गैर सरकारी संगठनों को भारतीय खाद्य निगम से निश्चित कीमत पर अनाज खरीदकर गरीबों में बांटने का फैसला किया , लेकिन आठ अप्रैल को सरकार ने जो विज्ञप्ति जारी की उसमें निर्धारित कीमत का जिक्र नही था जबकि गेहूं के लिए निर्धारित कीमत 21.50 और चावल के लिए 22.50 प्रतिकिलो है। लेकिन यह कीमत काफी ज्यादा है और कई जगह बाज़ार में इससे सस्ता अनाज मिल रहे। सात अप्रैल तक सरकार के गोदाम में पांच करोड़ 52 लाख टन अनाज था जो बफर स्टॉक से अधिक है।अब ये अनाज सड़ने लगे है। रबी की फसल की कटाई के बाद गोदामों में अनाज रखने की जगह नहीं रह जाएगी । माकपा नेता ने कहा कि यह सरकार का दायित्व बनता है कि वह जनता को अनाज उपलब्ध कराए। इसलिये सरकार से अनुरोध है कि वह संकट की इस घड़ी में गरीबों के बीच इस अनाज को मुफ्त वितरित कराए क्योंकि ये लोग अनाज खरीदने की हालत में नहीं है और भुखमरी के शिकार हो रहे है। श्रीमती करात ने पत्र में लिखा है कि कोरोना महामारी में सरकार गैर सरकारी संगठनों को अनाज बेच कर मुनाफा न कमाए बल्कि लोगों को बिना आधार कार्ड और राशनकार्ड के ही अनाज दे ,क्योंकि कई प्रवासी मजदूरों के पास राशन कार्ड नहीं है और आधार भी नहीं है। इसलिए इन लोगों के साथ मानवीयता और संवेदनशीलता बरतने की की जरुरत है।
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