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संकट की खड़ी में किसानों के साथ खड़ी है सरकार: गहलोत

ByNI Desk,
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संकट की खड़ी में किसानों के साथ खड़ी है सरकार: गहलोत
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज कहा कि हाल की ओलावृष्टि से फसलों को पहुंचे नुकसान के बीच वह किसानों को आश्वस्त करते हैं कि सरकार उनके साथ खड़ी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी सरकार अपनी बजट घोषणाओं को पूरी करने पर जोर देगी। गहलोत राज्य विधानसभा में बजट अनुदान मांगों पर हुई चर्चा पर जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा, मैं सदन को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि संकट की खड़ी में राज्य सरकार किसानों के साथ खड़ी रहेगी। गहलोत ने कहा, ओलावृष्टि से हुए नुकसान को लेकर हम सब बहुत संवेदनशील हैं। दिसंबर की ओलावृष्टि के बाद सात जिलों में विशेष गिरदावरी करवाई गयी। इस साल चार मार्च के बाद हुई ओलावृष्टि के लिए विशेष गिरदावरी इस माह 20 तारीख तक पूरी होगी। गिरदावरी रिपोर्ट मिलने के बाद नियमों के अनुसार आनलाइन पोर्टल के माध्यम से इसी माह कृषि अनुदान का वितरण शुरू कर दिया जाएगा।' उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2019 -20 के लिए 12 मार्च 2020 तक प्रभावित जिलों को विभिन्न आपदाओं हेतु 1410 करोड़ रुपये भेजे जा चुके हैं।
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उन्होंने कहा कि हमने भारत सरकार को प्राकृतिक आपदाओं हेतु लगभग 3553 करोड़ रुपये के ज्ञापन भेजे हैं लेकिन अब तक कोई राशि प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि इस मामले में विपक्ष भी राज्य सरकार की मदद कर सकता है। गहलोत ने कहा, हमारा जोर रहेगा कि बजट घोषणाओं को पूरा कैसे करें। मैं चाहूंगा कि जन प्रतिनिधियों का सम्मान हो, हमने इसके लिए आदेश जारी किए हैं। जो मान सम्मान नहीं करेगा उसके खिलाफ सरकार कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी। हम चाहेंगे कि राजस्थान से भ्रष्टाचार पर अंकुश लगे। मुख्यमंत्री ने चुनावी बांड को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि यह बांड इतना बड़ा घोटाला साबित होगा कि कोई सोच ही नहीं सकता। उन्होंने कहा कि 5000 करोड़ रुपये के बांड में से 4500 करोड़ रुपये एक ही पार्टी को मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक भ्रष्टाचार तभी खत्म होगा जब राजनीतिक फंडिंग में दो नंबर का पैसा नहीं आएगा। उन्होंने देश की आर्थिक हालात को लेकर केंद्र की राजग सरकार पर निशाना साधा और कहा कि वह किसी की बात सुनने को तैयार नहीं है। मुख्यमंत्री के जवाब के बाद सदन ने वित्त विधेयक व विनियोग विधेयक को ध्वनिमत से पारित कर दिया।
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