नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2023-24 के पहले महीने महीने यानी अप्रैल में वस्तु व सेवा कर के संग्रह का नया रिकॉर्ड बना है। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल में 1.87 लाख करोड़ रुपए का जीएसटी संग्रह हुआ है। अप्रत्यक्ष कर की मौजूदा व्यवस्था शुरू होने के बाद यह अब तक का सबसे ज्यादा कर संग्रह का आंकड़ा है। अगर सालाना आधार पर देखें तो पिछले साल अप्रैल के मुकाबले इस साल अप्रैल में 12 फीसदी ज्यादा कर संग्रह हुआ है।
गौरतलब है कि जुलाई 2017 में जीएसटी प्रणाली लागू की गई थी और इसके बाद से सबसे ज्यादा जीएसटी कलेक्शन का रिकॉर्ड 1.68 लाख करोड़ रुपए का था, जो पिछले साल अप्रैल में हुआ था। अप्रैल 2023 में सकल जीएसटी संग्रह पिछले साल के अप्रैल महीने के मुकाबले में 19,495 करोड़ रुपए अधिक रहा है। वित्त मंत्रालय ने सोमवार को अप्रैल, 2023 के कर संग्रह के आंकड़े जारी करते हुए कहा कि पिछले महीने सकल जीएसटी कलेक्शन 1,87,035 करोड़ रुपए रहा।
इसमें केंद्रीय यानी सीजीएसटी 38,440 करोड़ रुपए, राज्य यानी एसजीएसटी 47,412 करोड़ रुपए और एकीकृत यानी आईजीएसटी 89,158 करोड़ रुपए रहा। इसके अलावा 12,025 करोड़ रुपए का उपकर भी इसमें शामिल है। वित्त मंत्रालय के मुताबिक, एक दिन में अब तक का सबसे अधिक जीएसटी कलेक्शन इस साल 20 अप्रैल को हुआ। उस एक दिन में 9.8 लाख ट्रांजेक्शन हुए और 68,228 करोड़ रुपए का कलेक्शन हुआ।
वित्त मंत्रालय ने कहा- एक साल पहले के समान महीने की तुलना में अप्रैल, 2023 में जीएसटी कलेक्शन 12 फीसदी अधिक रहा है। इस दौरान घरेलू लेन-देन, जिसमें सेवाओं का आयात शामिल है, से मिलने वाला कर राजस्व साल भर पहले की तुलना में 16 फीसी अधिक है। वित्त वर्ष 2022-23 में जीएसटी का कुल संग्रह 18.10 लाख करोड़ रुपए रहा था, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 22 फीसदी अधिक है।