नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस के केसेज ज्यादा तेजी से नहीं बढ़ रहे हैं इसके बावजूद दुनिया के हालात को देखते हुए केंद्र सरकार और राज्यों की सरकारें हाई अलर्ट पर हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी शुक्रवार की सुबह आठ बजे के आंकड़ों के मुतबिक देश में एक्टिव केसेज में मामूली बढ़ोतरी हुई है। एक दिन पहले के मुताबिक 24 घंटे में 57 एक्टिव केस बढ़ गए हैं। गुरुवार की सुबह तक देश में एक्टिव केसेज की संख्या 3,552 थी, जो शुक्रवार को बढ़ कर 3,609 हो गई।
स्वास्थ्य मंत्रालय के शुक्रवार सुबह के आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में देश में 185 नए केस मिले। इससे पहले गुरुवार के आंकड़ों के मुताबिक 24 घंटे में 268 नए केस मिले थे। बहरहाल, राजधानी दिल्ली में 24 घंटे में 11 नए संक्रमित मिले और संक्रमण की वजह से किसी की मौत नहीं हुई।
इस बीच खबर है कि ऑस्ट्रेलिया से हरियाणा लौटा एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित मिला है। चीन में मिले कोरोना के नए वैरिएंट के बाद प्रदेश में यह पहला मामला है, जब विदेश से लौटा कोई व्यक्ति कोरोना का मरीज मिला हो। स्वास्थ्य विभाग ने उसे घर में ही सात दिन के लिए आइसोलेट किया है। वह 16 जनवरी को रिश्तेदारी में हो रही शादी में भाग लेने आया है। हेल्थ विभाग अब ये जानने में लगा है कि इस व्यक्ति में कोरोना का कौनसा वैरिएंट है। चीनी वैरिएंट का पता लगाने के लिए सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग को भेज दिया है।
इस बीच एक जनवरी से चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग, थाईलैंड और सिंगापुर से आने वाले यात्रियों को 72 घंटे पुरानी आरटी-पीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट देनी होगी। हालांकि ग्लोबल एयरलाइंस के ग्रुप इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन, आईएटीए ने सरकार के इस फैसले को निराशाजनक बताया है। आईएटीए ने कहा है कि भारत में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए कोरोना टेस्टिंग फिर शुरू की गई है। यह फैसला निशानाजनक है क्योंकि अभी की स्थिति तब से बहुत अलग है जब महामारी की शुरुआत हुई थी। लोग कोरोना टेस्टिंग कराने से बचते हैं, इसलिए सरकार के फैसले का एयर ट्रैवल पर बुरा असर होगा।