नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में सत्ता विरोधी लहर को कम करने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने 10 मौजूदा विधायकों की टिकट काट दी है। पार्टी ने इसके अलावा जयराम ठाकुर की सरकार क दो मंत्रियों की सीट भी बदल दी है। पार्टी ने राज्य की 68 में से 62 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा बुधवार को कर दी। राज्य में 12 नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्गज नेता प्रेम कुमार धूमल को पार्टी ने इस बार उम्मीदवार नहीं बनाया है। उनकी सुजानपुर सीट पर सेना से रिटायर कैप्टेन रणजीत सिंह को टिकट मिली है। बहरहाल, पार्टी ने लोगों की नाराजगी कम करने के लिए उसने 10 विधायकों की टिकट काट दी, जबकि दो मंत्रियों की सीटें बदल दीं। सबसे ज्यादा तीन विधायकों के टिकट मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह जिले मंडी में काटे गए हैं।
इन तीनों के अलावा मंडी के ही धर्मपुर में मंत्री महेंद्र सिंह के प्रति नाराजगी को भांपते हुए पार्टी आलाकमान ने उनकी जगह उनके बेटे पर भरोसा जताया है। इस बीच टिकटों की घोषणा के दिन बुधवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंडी में चुनाव कार्यालय में नामांकन भर दिया। नामांकन भरने के बाद बाहर आकर वे मीडिया से रूबरू हुए और सिराज की जनता के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का आभार जताया। उन्होंने कहा कि सिराज की जनता और पार्टी हाईकमान ने उन पर जो भरोसा जताया है, इसके लिए वे तहेदिल से आभारी हैं।
इससे पहले भाजपा ने हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार की सुबह 62 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। इनमें पांच महिलाएं शामिल हैं। दस विधायकों के टिकट काट दिए गए। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सिराज सीट से चुनाव लड़ेंगे। उनके खिलाफ कांग्रेस के चेतराम मैदान में हैं। अनिल शर्मा को मंडी और सतपाल सिंह सत्ती को उना से टिकट दिया गया है। राज्य में एक चरण में 12 नवंबर को मतदान होगा। नतीजे आठ दिसंबर को घोषित होंगे।