नई दिल्ली। कोराना वायरस के संक्रमण की नई लहर का केंद्र बने चीन में हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं। चीन सरकार डाटा जारी नहीं कर रही है लेकिन स्वतंत्र एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक चीन में हर दिन हजारों लोगों की मौत हो रही है और लाखों लोग संक्रमित हो रहे हैं। लंदन की ग्लोबल हेल्थ इंटेलीजेंस कंपनी एयरफिनिटी ने कहा कि चीन में संक्रमण के कारण हर दिन नौ हजार के करीब मौतें हो रही हैं। यह आंकड़ा पिछले हफ्ते से लगभग दोगुना है। कई वीडियो आए हैं, जिनमें श्मशानों में शवों की कतार दिख रही है।
इसी बीच अमेरिका, ताइवान, जापान, भारत, इटली, दक्षिण कोरिया, पाकिस्तान और मलेशिया ने चीन से आने वाले लोगों के लिए कोरोना प्रोटोकॉल बनाए हैं। अब चीन के लोगों को इन देशों की यात्रा से पहले निगेटिव आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट और वैक्सीनेशन का प्रमाण देना होगा। यह भी खबर है कि अमेरिका कोरोना के नए वैरिएंट्स का पता लगाने के लिए नई जांच शुरू करने वाला है। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में इस्तेमाल किए गए गंदे पानी के सैंपल लिए जाएंगे। वहां की स्वास्थ्य एजेंसी सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन, सीडीसी ने इसका प्रस्ताव रखा है।
उधर इटली ने यूरोपीय संघ के देशों से अपील की है कि वे चीन के यात्रियों का कोरोना टेस्ट करें। हालांकि, कई देशों ने ऐसा करने से मना कर दिया है। ये पहली बार है जब यूरोपीय संघ के देशों के बीच कोरोना पॉलिसी को लेकर मतभेद हैं। हाल ही में चीन से इटली आई एक फ्लाइट में 52 फीसदी लोग कोरोना से संक्रमित मिले थे। इस बीच चीन की हालत बताने वाले कुछ वीडियो सामने आए हैं। चीन और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी पर नजर रखने वाली वाली मानवाधिकार कार्यकर्ता जेनिफर जेंग ने कुछ वीडियो पोस्ट किए हैं। इनमें दिख रहा है कि श्मशानों में लोगों की लाइन लगी हुई है।