इंदौर। तीन दिन के प्रवासी भारतीय सम्मेलन की शुरुआत रविवार को हो गई। पहले दिन युवा प्रवासियों का सम्मेलन हुआ, जिसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर और अनुराग ठाकुर शामिल हुए। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इसमें हिस्सा लिया। सोमवार को प्रवासी भारतीय दिवस के मौके पर मुख्य कार्यक्रम होगा, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री ने रविवार को ट्विट करके कहा कि वे प्रवासी भारतीय समारोह में हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि इससे दुनिया भर में नाम बना रहे प्रवासी भारतीयों से जुड़ने का मौका मिलता है।
बहरहाल, पहले दिन रविवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा भारत सरकार विदेश में भारतीय लोगों के लिए बेहतर माहौल, सुरक्षा और संभावनाओं का रास्ता खोलने के लिए कई देशों के साथ करार कर चुकी है। दुनिया भर के देशों के साथ सामंजस्य स्थापित कर रही है ताकि विदेश जाने पर किसी भी भारतीय को कोई संकट नहीं आए। जयशंकर ने कहा सरकार ने जर्मनी, डेनमार्क, पुर्तगाल, फ्रांस और ब्रिटेन के साथ हाल ही में माइग्रेशन और यात्राओं को लेकर साझेदारी की है। कुछ और देश भारतीयों को वीजा और काम की अनुमति देने के प्रावधानों को आसान बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
तीन दिन के प्रवासी सम्मेलन में शामिल होने के लिए गयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली रविवार दोपहर इंदौर पहुंचे। इंदौर एयरपोर्ट पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, पर्यटन व संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर सहित अन्य जन प्रतिनिधियों ने उनका स्वागत किया। सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी भी इस समारोह में शामिल होने पहुंचे हैं। रविवार को वे अपनी पत्नी के साथ उज्जैन पहुंच, जहां उन्होंने महाकाल के दर्शन किए।
गयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली मुख्य अतिथि और सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी विशेष अतिथि होंगे। गेस्ट ऑफ ऑनर ऑस्ट्रेलिया हाउस ऑफ पार्लियामेंट की सदस्य जेनेटा मेस्क्रेन्हेन्स रहेंगी। इस बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार की शाम सूरीनाम के राष्ट्रपति से मुलाकात की। उन्होंने ट्विट करके कहा- 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में सूरीनाम के राष्ट्रपति की उपस्थिति हमारे देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों को दिखाती है। दोनों के बीच आर्थिक, संस्कृति, क्षमता निर्माण और लोगों से लोगों के बीच संबंधों को बढ़ाने पर चर्चा हुई। तीन दिन तक चलने वाले प्रवासी भारतीय सम्मेलन में 70 देशों के 32 सौ प्रवासी भारतीय शामिल हो रहे हैं।