
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की तीसरी लहर लगातार कम हो रही टेस्टिंग को लेकर केंद्र सरकार ने चिंता जताई है। केंद्र ने एक हफ्ते में दूसरी बार राज्यों से कहा है कि वे टेस्ट बढ़ाएं। केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि वे रणनीतिक तरीके से टेस्टिंग बढ़ाएं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को चिट्ठी लिखी है और कहा है कि अलग अलग इलाकों में कोरोना के बढ़ते संक्रमण दर के लिहाज से उन इलाकों में कोरोना जांच को रणनीतिक और चरणबद्ध तरीके से बढ़ाया जाना चाहिए।
स्वास्थ्य मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव आरती आहूजा ने चिट्ठी में लिखा है- इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के आंकड़े बताते हैं कि कुछ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना की टेस्टिंग में कमी आई है, जबकि इस दौरान कोरोना के और और खासकर ओमिक्रॉन वैरिएंट के केस बढ़े हैं। गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन, डब्लुएचओ ने ओमिक्रॉन को चिंता पैदा करने वाला वैरिएंट घोषित किया है। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन मौजूदा समय में पूरे देश में फैल रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के पहले के दिशा-निर्देशों और 27 दिसंबर 2021 को ओमिक्रॉन के संदर्भ में महामारी प्रबंधन की योजना तैयार करने की गृह मंत्रालय की सलाह का हवाला देते हुए आरती आहूजा ने लिखा है- जांच कराना एक महत्वपूर्ण घटक है। इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च, आईसीएमआर की ओर से जारी सभी दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि कोरोना के संदिग्ध मामलों का जल्दी से जल्दी पता लगाने के साथ उन्हें आइसोलेशन में रखने की कार्यवाही जल्दी से जल्दी पूरी होनी चाहिए। इससे कोरोना महामारी को उन लोगों में गंभीर स्तर पर पहुंचने से रोका जा सकता है, जिनमें ज्यादा जोखिम हैं और जो संवेदनशील हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मंत्रालय के दिशा-निर्देशों को गंभीरता से पढ़ने की सलाह भी दी है।