नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में पकड़े गए दो संदिग्ध आतंकवादियों से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है। आतंकवादियों की निशानदेही पर पुलिस ने एक शव के टुकड़े बरामद किए हैं। दिल्ली पुलिस को भलस्वा इलाके के एक नाले से एक शव के तीन टुकड़े मिले हैं। पुलिस मृतक की पहचान कर रही है। गौरतलब है कि पुलिस ने 12 जनवरी को जहांगीरपुरी इलाके से दो संदिग्ध खालिस्तानी आतंकियों को गिरफ्तार किया था, जो भलस्वा डेयरी के पास एक घर में किराए से रह रहे थे।
इनकी गिरफ्तारी के एक दिन बाद शुक्रवार को इनके घर से पुलिस ने दो हैंड ग्रेनेड बरामद किए थे और वहां पुलिस को खून के निशान भी मिले थे। तभी पुलिस ने शक जताया था कि इस घर में किसी की हत्या की गई है। अब घर के पास नाले से शव के टुकड़े मिले हैं। पुलिस शक है कि आतंकियों ने घर में किसी की हत्या करके उसका वीडियो बनाकर अपने हैंडलर को भेजा है। पुलिस को दोनों के मोबाइल से आतंकी प्लानिंग का ब्लू प्रिंट भी मिला है। 13 जनवरी को दोनों से पूछताछ में जो जानकारी सामने आई थी, उसके बाद शुक्रवार को पुलिस ने भलस्वा डेयरी इलाके में श्रद्धा कॉलोनी के उस घर में छापेमारी की थी।
इससे पहले दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा को जहांगीरपुरी इलाके में दो संदिग्धों के छिपे होने की खबर मिली थी। 12 जनवरी की छापेमारी में पुलिस ने आरोपियों के पास से तीन पिस्टल और 22 कारतूस बरामद किए। जिसके बाद उन्हें यूएपीए के तहत गिरफ्तार किया गया। संदिग्धों की पहचान जगजीत सिंह उर्फ जग्गा और नौशाद के रूप में हुई है। जगजीत उत्तराखंड के उधम सिंह नगर का रहने वाला है। वहीं, नौशाद का घर दिल्ली के जहांगीरपुरी में है।
पुलिस की जांच में पता चला है कि जगजीत सिंह खलिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श दल्ला के संपर्क में था। दूसरे देशों के भारत विरोधी तत्वों से उसे लगातार निर्देश मिल रहे थे। गिल को भारत सरकार ने आतंकी घोषित किया हुआ है। वह पंजाब में टारगेट किलिंग, टेरर फाइनेंसिंग और हवाला जैसे अपराधों में शामिल रहा है। बहरहाल, 13 जनवरी को पुलिस ने दोनों संदिग्धों को पटियाला हाउस कोर्ट ने पेश किया। अदालत ने दोनों आतंकवादियों को 14 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है।