दुबई। अमेरिका की पहल रंग लाई है। दशकों तक एक-दूसरे के दुश्मन रहे और दूरी बनाए रहे इजराइल और संयुक्त अरब अमीरात नजदीक आए हैं। इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्टाली बेनेट ने रविवार को इतिहास बना दिया। इजराइल के 1948 में बनने के बाद वे पहले प्रधानमंत्री हैं जो किसी अरब देश की आधिकारिक यात्रा पर पहुंचे। वे रविवार की देर शाम को अबुधाबी पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत हुआ। उसके बाद सोमवार को दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर दस्तखत हुए। Israel and UAE agreements
रविवार की सुबह ही उनके संयुक्त अरब अमीरात, यूएई के दौरे का ऐलान हुआ था। देर शाम वे अबुधाबी पहुंचे। यहां उन्हें यूएई के विदेश मंत्री अब्दुल्ला बिन जाएद ने रिसीव किया। अब्दुल्ला क्राउन प्रिंस के छोटे भाई भी हैं। गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। बाद में बेनेट ने कहा, ‘मैं एक ही संदेश लेकर आया हूं। यूएई की लीडरशिप और यहां के लोगों से कहना चाहता हूं कि हम सिर्फ पड़ोसी नहीं, बल्कि भाई भी हैं’।
इस दौरे में दोनों देशों के बीच कई समझौते हुए। इसमें साइबर सुरक्षा से जुड़ा करार है तो करोड़ों डॉलर की व्यापार संधि भी है। इसके अलावा भी कई सेक्टरों में समझौते हुए हैं। अबुधाबी हवाईअड्डे उतरने के बाद वे प्रिंस पैलेस पहुंचे, जहां यूएई के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नह्यान से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल भी मौजूद थे। इस मुलाकात के बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत शुरू हुई। सोमवार को कई समझौतों पर दस्तखत किए गए।
मुलाकातों के बाद बेनेट ने यूएई की न्यूज एजेंसी डब्लुएएम को इंटरव्यू दिया। इसमें उन्होंने कहा, ‘पिछले साल अब्राहम अकॉर्ड होने के बाद हमने नई शुरुआत की है। अब हम कूटनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में बेहद मजबूत रिश्ते बनाएंगे’। उन्होंने कहा, ‘हमने कारोबार, रिसर्च, डेवलपमेंट, साइबर सुरक्षा, शिक्षा और विमानन क्षेत्र में बड़े समझौते किए हैं’। उन्होंने कहा कि इन समझौतों से सिर्फ इजराइल और यूएई को ही फायदा नहीं होगा, बल्कि इस क्षेत्र के दूसरे देश भी फायदा उठा पाएंगे।