देवबंद। नागरिकता (संशोधन) कानून (सीएए)के खिलाफ जमीयत उलमाए हिंद के महासचिव एवं पूर्व सांसद मौलाना महमूद मदनी ने आज दारूल उलूम क्षेत्र में 313 समर्थकों के साथ गिरफ्तारी दी।
सैंकडों समर्थकों के साथ मौलाना मदनी दोपहर बाद ईदगाह पार्क पहुंचे, जहां उन्होंने इस कानून के खिलाफ अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इस विधेयक को वापस लिए जाने तक जमीयत का देशभर में आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि इस कानून को लेकर देशभर के मुसलमानों में जबरदस्त नाराजगी है और सभी सेकुलर ताकतें इसके खिलाफ हैं।
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इस विधेयक से भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि प्रभावित हुई है। यह संविधान की मूल भावनाओं के खिलाफ है। ईदगाह पार्क पर एडीएम एफ विनोद कुमार, एसपी देहात विद्यासागर मिश्र, एसडीएम राकेश कुमार, सीओ चौब सिंह पुलिस बल के साथ मौजूद रहे। गौरतलब है कि जेयूएच ने ही इस कानून के खिलाफ सबसे पहले अपनी आवाज बुलंद की थी और 10 दिसम्बर से आंदोलन की शुरूआत की थी।
उसी दिन दारूल उलूम के हजारों छात्रों ने देवबंद में सड़कों पर उतरकर हिंसक प्रदर्शन किया और जमकर आगजनी और रास्ता जाम किया था। बाद में कमिश्नर संजय कुमार, डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल, डीएम आलोक पांडे, एसएसपी दिनेश कुमार पी ने पहल करते हुए दारूल उलूम के प्रबंधकों और बड़े उलेमाओं मुफ्ती अबुल कासिम नौमानी, वीसी अब्दुल खालिक मद्रासी के साथ कई दौर की वार्ता की जिसके बाद दारूल उलूम के छात्रों ने इस आंदोलन से अपने कदम पीछे खींच लिए।
मदरसा छात्रों के आंदोलन से हटने के बाद इसमें आम मुसलमान कूद गए। पूरे जिले में आज अमन चैन रहा। मदनी की गिरफ्तारी का कार्यक्रम भी शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। इस पर पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली। महमूद मदनी ने विरोध करने वाले लोगों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे पूरी तरह से शांति बनाए रखें और संयम से काम लें और किसी भी सूरत में हिंसा ना करें।