नई दिल्ली। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक पार्टी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के कार्यकाल को डेढ़ वर्ष के विस्तार देने तथा कार्यकर्ताओं को नौ राज्यों के विधानसभा चुनावों एवं आगामी लोकसभा चुनावों में गुजरात मॉडल पर हर हालत में जीत हासिल करने के संदेश के साथ संपन्न हुई।
कार्यकारिणी में भाजपा अध्यक्ष श्री नड्डा के कार्यकाल को आगामी लोकसभा चुनाव तक करीब डेढ़ वर्ष तक के लिए बढ़ाने को सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस प्रस्ताव को रखा और सभी सदस्यों ने हर्षध्वनि से इस प्रस्ताव को स्वीकार किया। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि श्री नड्डा के नेतृत्व में बिहार महाराष्ट्र हरियाणा, मणिपुर, गुजरात में बहुत बड़ी जीत दर्ज दी। पश्चिम बंगाल में तीन सीटों से 77 सीटों का फासला तय किया। उन्होंने विश्वास जताया कि श्री नड्डा के नेतृत्व में भाजपा वर्ष 2024 के संसदीय चुनावों में 2019 से अधिक बहुमत से जीत हासिल दर्ज करेगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा के नेतृत्व को सलाह दी कि वे प्राथमिक सदस्यों के लिए जिला स्तर पर सम्मेलनों का आयोजन करें तथा पार्टी के कार्यकर्ताओं को संदेश दिया कि वे वोट की राजनीति से ऊपर उठ कर देश के विकास एवं समाज के कल्याण के लिए जुटें और समाज के सभी वर्ग खासकर हाशिये पर पड़े लोगों से भावनात्मक संबंध स्थापित करें।
श्री मोदी ने सोमवार को शुरू हुई भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के समापन अवसर पर अपने मार्गदर्शक संदेश में यह बात कही। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस ने प्रधानमंत्री के भाषण के मुख्य बिन्दुओं की जानकारी संवाददाताओं को देते हुए कि प्रधानमंत्री ने भाजपा कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे अपने जीवन का क्षण-क्षण भारत की विकास गाथा में लगाएं। इस ‘अमृत काल’ को ‘कर्तव्य काल’ में परवर्तित करने से ही देश को आगे ले जाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि श्री मोदी ने कहा कि भाजपा के मोर्चों के कार्यक्रम सीमावर्ती गांवों में आयोजित किये जाने चाहिए ताकि वे मुख्य धारा में आ सकें और हमारे उनसे जीवंत संपर्क सूत्र कायम हो सकें। उन्होंने बताया कि बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि इसी प्रकार से आकांक्षी जिलों के विकास में भी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की भूमिका हो। उदाहरण के लिए कुपोषण की समस्या के लिए भाजपा के स्तर पर पोषण अभियान चलाया जाए। इसके अतिरिक्त जिस प्रकार से काशी तमिल संगम का आयोजन किया गया उस प्रकार से हमारे सभी राज्य एक दूसरे के साथ भाषा एवं संस्कृति के समन्वय को बढ़ाते हुए भावनात्मक रूप से जुड़ें।
कार्यकारिणी में दो प्रस्ताव -राजनीतिक प्रस्ताव तथा आर्थिक-सामाजिक प्रस्ताव पारित किया गया जबकि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जी-20 पर तथा विधान परिषद सदस्य सम्राट चौधरी ने गरीब कल्याण पर अलग अलग वक्तव्य पेश किये। राष्ट्रीय कार्यकारिणी में राजनीतिक प्रस्ताव केन्द्रीय कानून मंत्री किरन रिजीजू ने पेश किया जिसका उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं कर्नाटक के मंत्री गोविंद करजोल ने अनुमोदन किया।
नौ बिन्दुओं वाले राजनीतिक प्रस्ताव में भाजपा ने पेगासिस, राफेल, नोटबंदी आदि मामलों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर विपक्ष के निजी हमलों का उच्चतम न्यायालय में खत्म होने पर संतोष व्यक्त करते हुए श्री मोदी को उनके स्वच्छ एवं बेदाग छवि के साथ देश की सेवा करने तथा भारत की छवि वैश्विक स्तर पर नयी ऊंचाई देने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।