कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में अतिक्रमण हटाने के अभियान के दौरान जल कर मरी मां-बेटी का अंतिम संस्कार भारी पुलिस बंदोबस्त के बीच बुधवार को किया गया। शिवम ने अपनी मां और बहन के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी। इससे पहले दोनों शवों को सरकारी गाड़ी से बिठूर के श्मशान घाट पर लाया गया। गौरतलब है कि सोमवार को कानपुर देहात में बुलडोजर कार्रवाई के दौरान आग से जलकर मां-बेटी की मौत हो गई थी।
गांव के लोग और परिजन इस घटना से नाराज थे और वे अंतिम संस्कार के लिए राजी नहीं हो रहे थे। वे आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। भारी दबाव के बीच पुलिस ने एक लेखपाल और बुलडोजर के ड्राइवर को गिरफ्तार किया है। उसके बाद पुलिस सुरक्षा के बीच प्रशासन की देख रेख में मां बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया गया। जिस गाड़ी से शवों को श्मशान लाया गया, उसके आगे-पीछे पुलिस प्रशासन के उच्चाधिकारियों की गाड़ियां मौजूद थीं। हंगामे की की आशंका के चलते घाट पर पहले ही पीएसी और कई थानों की पुलिस तैनात कर दी गई थी।
इस बीच विपक्षी पार्टियों ने इसे लेकर भाजपा और राज्य सरकार पर तीखा हमला किया है। राहुल गांधी ने का है कि ये बुलडोजर नीति भाजपा सरकार की क्रूरता का चेहरा बन गई है, जिसे भारत में स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने ट्विट किया- जब सत्ता का घमंड लोगों के जीने का अधिकार छीन ले, उसे तानाशाही कहते हैं। कानपुर की घटना से मन विचलित है। ये बुलडोजर नीति इस सरकार की क्रूरता का चेहरा बन गई है। भारत को ये स्वीकार नहीं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी सरकार के बुलडोजर पर लगा अमानवीयता का चश्मा इंसानियत के लिए खतरा बन चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि पीड़ित परिवार के लिए न्याय सुनिश्चित करने के साथ ही दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। प्रियंका ने ट्विट कर कहा- भाजपा सरकार के बुलडोजर पर लगा अमानवीयता का चश्मा इंसानियत व संवेदनशीलता के लिए खतरा बन चुका है। कानपुर की हृदयविदारक घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। हम सबको इस अमानवीयता के खिलाफ आवाज उठानी होगी। कानपुर के पीड़ित परिवार को न्याय मिले और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।