बेंगलुरू/नई दिल्ली। कर्नाटक में गुजरात फॉर्मूला लागू करने के भाजपा के प्रयास को झटका लगा है। भाजपा ने राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री केएस ईश्वरप्पा को तो मना लिया है कि वे विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार मना करने के बाद भी चुनाव लड़ने पर अड़ गए हैं। उन्होंने कहा है कि पार्टी टिकट नहीं देती है तब भी वे चुनाव लड़ेंगे। गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा पहले ही चुनावी रेस से बाहर हो गए हैं और अपनी पारंपरिक सीट से बेटे बीवाई विजयेंद्र को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है।
बहरहाल, भाजपा के उम्मीदवारों की पहली सूची आने से पहले पूर्व उप मुख्यमंत्री केएस ईश्वरप्पा ने सक्रिय राजनीति से रिटायर होने की इच्छा जताई और कहा कि उन्होंने पार्टी आलाकमान से चुनाव में टिकट नहीं देने का अनुरोध किया है। याद करें कैसे गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी से लेकर पूर्व उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल और अन्य पूर्व मंत्रियों ने चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है। उसी तरह 74 साल के ईश्वरप्पा ने भी स्वैच्छिक रूप से रिटायर होने का ऐलान किया है।
उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को चिट्ठी लिख चुनावी राजनीति से स्वैच्छिक रूप से रिटायर होने के फैसले की जानकारी दी है। हालांकि कहा जा रहा है कि उनके ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से उनको टिकट देना मुश्किल था। गौरतलब है कि आरोपों के कारण ही उनको मंत्री पद से हटाया गया था। बताया जा रहा है कि वे अपनी शिवमोगा सीट से अपने बेटे केई कांतेश के लिए टिकट मांग रहे हैं।
कर्नाटक में भाजपा को मजबूत करने वाले ईश्वरप्पा ने तो चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया है कि लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने पार्टी की ओर से मना किए जाने के बाद भी कहा है कि वे हर हाल में चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि पार्टी आलाकमान की ओर से उनको चुनाव नहीं लड़ने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा- मैं पूरी तरह से निराश हूं। मैंने 30 साल तक पार्टी के लिए काम किया है और इसे बनाया है। अगर दो तीन महीने पहले मुझसे कहा गया होता तो मैं स्वीकार भी कर लेता लेकिन नामांकन दाखिल करने के ठीक पहले कहा गया है कि चुनाव नहीं लड़ना है। मैंने पहले ही अपने क्षेत्र में प्रचार शुरू कर दिया है। शेट्टार ने कहा कि उन्होंने पार्टी आलाकमान को बता दिया है कि वे हर हाल में चुनाव लड़ेंगे।