बेंगलुरू। कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। राज्य के मुख्यमंत्री और लिंगायत समुदाय के बड़े नेता जगदीश शेट्टार ने भाजपा छोड़ दी है। वे पूर्व उप मुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी के बाद भाजपा छोड़ने वाले दूसरे बड़े नेता हैं। सावदी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं लेकिन शेट्टार ने अभी कांग्रेस में शामिल होने का फैसला नहीं किया है। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे हर हाल में विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। गौरतलब है कि भाजपा की ओर से चुनाव नहीं लड़ने को कहा गया है।
पार्टी की ओर से टिकट नहीं मिलने के बाद शेट्टार ने रविवार को पार्टी से इस्तीफा देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि वे पार्टी और विधानसभा से इस्तीफा देंगे। राज्य के मुख्यमंत्री और कांग्रेस सरकार के दौरान विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे शेट्टर ने यह भी कहा कि वे विधानसभा चुनाव निश्चित रूप से लड़ेंगे। पार्टी में अपने योगदान और राज्य में प्रमुख पदों पर अपनी जिम्मेदारियों को याद करते हुए शेट्टर ने कहा- जिस तरह से मुझे अपमानित किया गया उससे मैं परेशान हूं। मैंने सोचा कि मुझे उन्हें चुनौती देनी चाहिए। इसलिए मैंने चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
इसके बाद शेट्टार ने कहा- मैं सिरसी जाऊंगा और विधानसभा से अपना इस्तीफा सौंप दूंगा। आखिरकार मैं उस पार्टी से इस्तीफा दे दूंगा, जिसे मैंने राज्य में बनाया था। राज्य के कद्दावर लिंगायत नेता शेट्टार ने यह भी आरोप लगाया कि उनके खिलाफ सुनियोजित साजिश रची गई। इससे पहले शनिवार रात को ही कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और केंद्रीय मंत्रियों प्रहलाद जोशी व धर्मेंद्र प्रधान ने शेट्टर से उनके आवास पर मुलाकात की थी। बोम्मई, जोशी और प्रधान के साथ बैठक से पहले शेट्टर ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें अपने परिवार के किसी भी सदस्य को चुनाव लड़ाने की पेशकश की गई है, लेकिन उन्होंने कहा कि वे इसके लिए सहमत नहीं हैं।